बस्तर पंडुम में गूंजी राम कथा, डॉ. कुमार विश्वास ने बस्तर को बताया पुण्य भूमि..

छत्तीसगढ़ – बस्तर पंडुम 2025 के संभाग स्तरीय कार्यक्रम में प्रख्यात कवि एवं रामकथा वाचक डॉ. कुमार विश्वास ने राम कथा का भावपूर्ण वाचन किया। उन्होंने कहा कि बस्तर की धरती प्रभु श्रीराम के चरणों से पावन हुई है और यहां आज भी उनके वनवास काल के प्रमाण मौजूद हैं।
बस्तर: श्रीराम की स्मृतियों से जुड़ा स्थल

डॉ. कुमार विश्वास ने अपने संबोधन में कहा –
“यह भूमि सिर्फ प्रकृति की दृष्टि से समृद्ध नहीं, बल्कि धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से भी अद्भुत है। बस्तर का हर कण श्रीराम के वनवास काल की गवाही देता है। यह वही धरती है, जहां प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास का महत्वपूर्ण समय बिताया और गिद्धराज जटायु से वार्तालाप की थी।”
विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी
इस ऐतिहासिक आयोजन में छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा और मंत्री केदार कश्यप भी मौजूद रहे। उन्होंने डॉ. कुमार विश्वास के वक्तव्य की सराहना करते हुए कहा कि बस्तर की संस्कृति और परंपराओं को सहेजना सरकार की प्राथमिकता है।
राम कथा में उमड़ी भारी भीड़

बस्तर पंडुम के मंच पर राम कथा सुनने हजारों श्रद्धालु और दर्शक पहुंचे।
डॉ. विश्वास ने अपने अनूठे अंदाज में रामचरितमानस और प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर प्रकाश डाला।
कथा के दौरान श्रोताओं में अपार उत्साह और आस्था का माहौल देखने को मिला।
बस्तर पंडुम में सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा
बस्तर पंडुम 2025 न केवल बस्तर की आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को एक मंच प्रदान कर रहा है बल्कि आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत से भी जोड़ रहा है।
डॉ. कुमार विश्वास की राम कथा ने बस्तर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता को और मजबूत कर दिया।