मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री आज करेंगे ग्वालियर में ROB का वर्चुअल लोकार्पण…

- मुख्यमंत्री आज करेंगे ग्वालियर में ROB का वर्चुअल लोकार्पण
ग्वालियर के विकास को रफ्तार देने वाला एक और प्रोजेक्ट आज जनता को समर्पित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चंद्रबदनी नाका से न्यू कलेक्ट्रेट मार्ग तक बने नवनिर्मित रेलवे ओवरब्रिज (ROB) का वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। 42 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से बने इस ROB की कुल लंबाई 937 मीटर है, जिसमें रेलवे ने 37 मीटर का भाग निर्मित किया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास भवन (ठाटीपुर व सिरोल) का भी लोकार्पण करेंगे, जिनकी लागत कुल 7 करोड़ 87 लाख रुपये है। - नए आपराधिक कानूनों पर बोले मुख्यमंत्री – “जन-जन को मिले जानकारी”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवीन आपराधिक कानूनों की समीक्षा बैठक में कहा कि नए कानूनों के बारे में आमजन को शीघ्र अवगत कराया जाए। उन्होंने पुलिस, जेल, अभियोजन व न्यायिक विभागों में नई धाराओं और प्रक्रियाओं पर व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। डॉ. यादव ने कहा कि इन कानूनों से न्याय प्रणाली अधिक लोकतांत्रिक होगी। उन्होंने अचल संपत्ति अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस और राजस्व विभाग के बीच बेहतर समन्वय का आह्वान भी किया। - मध्यप्रदेश में दुग्ध सहकारिता से किसानों को मिलेगा नया संबल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की कि 13 अप्रैल को रवीन्द्र भवन में राज्य स्तरीय सहकारी दुग्ध उत्पादक गोपाल सम्मेलन आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की उपस्थिति में मध्यप्रदेश सरकार और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के बीच सहकारिता अनुबंध किया जाएगा। इसके माध्यम से किसानों और पशुपालकों को बेहतर मूल्य, दूध संग्रहण केंद्र, चिलिंग प्लांट और प्रोसेसिंग सुविधा का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने ‘श्वेत क्रांति मिशन’ के तहत हर जिले में सांची डेयरियों का नेटवर्क मजबूत करने का संकल्प भी दोहराया। - मुख्यमंत्री ने दिए हाईवे प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे करने के निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य की सड़क परियोजनाएं समयसीमा में पूरी हों, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गों की मंजूरी के लिए केंद्र से समन्वय बढ़ाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने भू-अधिग्रहण से जुड़े मामलों को आपसी वार्ता से सुलझाने और परियोजनाओं की गुणवत्ता बनाए रखने पर बल दिया। उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर से रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली एलिवेटेड रोड की संभावना पर भी चर्चा हुई, जिससे श्रद्धालुओं की आवाजाही सुगम हो सकेगी।
