बिलासपुर
वार्षिक परीक्षा में पास नहीं हो पाने पर 10वीं के छात्र रूद्र यादव फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली…

घटना का विवरण
- 24 जुलाई 2025 को, बिलासपुर जिले के तिफरा क्षेत्र में कक्षा 10वीं के छात्र रूद्र यादव (17 वर्ष) ने अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
- बताया गया है कि रूद्र वार्षिक परीक्षा में पास नहीं हो पाया और उसकी सप्लीमेंट्री आ गई थी। इसके बाद वह तनाव व निराशा में था।
- घटना के दिन उसके माता-पिता रोज़ी मजदूरी पर गए थे, घर में केवल बहन मौजूद थी। इसी दौरान रूद्र ने इस कदम को अंजाम दिया।
- पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
😔 स्थिति की गंभीरता
- यह केवल एक अकेली घटना नहीं है। छत्तीसगढ़ में परिणाम संबंधी अकादमिक दबाव और तनाव के कारण कई छात्र आत्महत्या कर रहे हैं—विशेषकर 10वीं और 12वीं में फेल होने के बाद।
- रिपोर्ट बताती हैं कि घातक परिस्थितियों से बचने के लिए छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता और काउंसलिंग की तत्काल जरूरत है ।
🛡️ संभावित प्रतिक्रिया एवं सुझाव
- जांच प्रक्रियाएँ
- पुलिस कर रही है अंतरिम जांच (मर्ग दर्ज), और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद प्रियज्ञात परिणाम सामने आएंगे।
- शिक्षा विभाग पहले से ही इस प्रकार की घटनाओं पर गंभीरता से नज़र रखे हुए है।

- शैक्षिक और मानसिक सहायता
- स्कूलों में मासिक आयुर्वेदिक काउंसलिंग, मेंटल हेल्थ कार्यशालाएँ, और पुनः परीक्षा विकल्प पर चर्चा हो रही है।
- Peer‑to‑peer सपोर्ट ग्रुप्स (सहपाठी सहायता समूह) को मजबूत करने हेतु प्रस्तावित प्रयास हो रहे हैं।
- माता-पिता एवं समुदाय की भूमिका
- खुलकर संवाद करना और परीक्षा में परिणाम को ख़त्म नहीं बल्कि एक साधारण पहलू के रूप में देखना आवश्यक है।
- ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ती सामाजिक जागरुकता भी छात्रों को राहत देने में सहायक हो रही है।
📌 आगे क्या देखना चाहिए?
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर दुर्घटना के पीछे की असली मानसिक स्थिति की पुष्टि।
- स्कूल और स्थानीय शिक्षा अधिकारी की भूमिका: क्या उन्होंने समय रहते रूद्र को काउंसलिंग या सपोर्ट दिया था?
- जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की घोषणा: इस घटना के बाद क्या नीतिगत फेरबदल आएंगे, जैसे काउंसलिंग सेंटर या रिजल्ट प्रबंधन के तरीके?