खेल

अंडर-23 वन डे में छत्तीसगढ़ की टीम 132 रन पर ढेर — बंगाल ने 9 विकेट से हराया

रायपुर/रांची — बीसीसीआई द्वारा रांची में आयोजित अंडर-23 वन डे क्रिकेट टूर्नामेंट में 15 नवंबर को छत्तीसगढ़ को बंगाल के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। यह टीम का चौथा मैच था, और इसमें छत्तीसगढ़ मात्र 132 रन बनाकर 41.2 ओवर में ऑलआउट हो गई। बंगाल ने लक्ष्य को बेहद आसानी से हासिल करते हुए 22 ओवर में 1 विकेट खोकर 136 रन बनाकर मैच 9 विकेट से जीत लिया।


🏏 छत्तीसगढ़ की पारी — शीर्ष क्रम फिर विफल, राहुल प्रधान अकेले लड़े

  • छत्तीसगढ़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी, लेकिन यह फैसला टीम के पक्ष में नहीं गया।
  • शुरुआती और मध्य क्रम लगातार लड़खड़ाता रहा, कोई भी बल्लेबाज़ बड़ी साझेदारी खड़ी नहीं कर सका।
  • राहुल प्रधान ने सबसे अधिक 49 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली — यही टीम की रीढ़ साबित हुई।
  • आशीष डहरिया ने 19 रन, जबकि मीडियम पेसर वासुदेव बरेठ ने 13 रन बनाए।
  • टीम 42वें ओवर से पहले ही 132 पर सिमट गई — औसत रन गति (RR) लगभग 3.18 रही।

🎯 बंगाल की गेंदबाजी — तीन गेंदबाजों ने ढहाई छत्तीसगढ़ की बल्लेबाजी

बंगाल की ओर से गेंदबाजों ने शानदार अनुशासन दिखाया:

  • दिलशाद — 3 विकेट
  • रवि कुमार — 3 विकेट
  • इरशाद — 3 विकेट

इन तीनों की घातक गेंदबाजी ने छत्तीसगढ़ के बल्लेबाजों पर लगातार दबाव बनाए रखा और विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे।


🏆 बंगाल की पारी — सुमीत नाग की तेज अर्धशतक जैसी पारी

जीत के लिए मिले आसान लक्ष्य 133 रन का पीछा करने उतरी बंगाल की टीम ने शुरुआत से ही मैच पर पकड़ बना ली।

  • सलामी बल्लेबाज सुमीत नाग ने शानदार 73 रन की नाबाद पारी खेली।
  • बंगाल ने मात्र 22 ओवर में 1 विकेट पर 136 रन बनाकर मैच को एकतरफा बना दिया।
  • रन गति (RR) लगभग 6.18 रही, जो छत्तीसगढ़ की गेंदबाजी पर दबदबे को दर्शाती है।

📉 टूर्नामेंट में छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन — लगातार दूसरी हार

  • यह छत्तीसगढ़ की लगातार दूसरी हार थी।
  • इससे पहले 13 नवंबर को बड़ौदा के खिलाफ मैच में भी टीम को हार झेलनी पड़ी थी।
  • बल्लेबाजी का लगातार विफल होना टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती के रूप में उभर रहा है।
  • गेंदबाजों से भी शुरुआत में तीखा प्रदर्शन नहीं देखने मिला, जिससे बंगाल को खुलकर खेलने का अवसर मिल गया।

🔍 विश्लेषण — छत्तीसगढ़ को कहाँ सुधार की जरूरत?

  • शीर्ष क्रम को स्थिरता और लंबी साझेदारियों की आवश्यकता है।
  • मध्यक्रम बार-बार टूट रहा है — विशेष ध्यान की जरूरत।
  • गेंदबाजों को शुरुआती ओवरों में आक्रामक होना होगा ताकि विपक्ष पर दबाव बने।
  • लगातार पराजय टीम के मनोबल को प्रभावित कर सकती है, ऐसे में अगले मैच में ‘कमबैक’ ज़रूरी है।

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