छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन: अनुपूरक बजट और अहम विधेयकों पर चर्चा…

छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन आज काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आज सदन में जनहित से जुड़े कई बड़े मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, वहीं सरकार की ओर से विधायी और वित्तीय कार्यसूची भी पेश की जाएगी।
🔹 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और जनसमस्याएं
आज सदन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से जुड़ी याचिकाएं और जनसमस्याएं उठाई जाएंगी।
- सड़क निर्माण और मरम्मत,
- स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति,
- कॉलेज व स्कूल भवनों की कमी,
- और बुनियादी सुविधाओं से जुड़े मुद्दे प्रमुख रहेंगे।

इन विषयों पर विधायक अजय चंद्राकर, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, विधायक धरमजीत सिंह और अंबिका मरकाम द्वारा लगाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा और सदन में चर्चा हो सकती है।
🔹 तीन अहम संशोधन विधेयक पेश होने की संभावना
आज सरकार की ओर से तीन महत्वपूर्ण संशोधन विधेयक सदन में पेश किए जाने के आसार हैं—
- दुकान एवं स्थापना कानून संशोधन विधेयक – इससे व्यापारिक प्रतिष्ठानों के नियमों में बदलाव संभव है।
- निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक – उच्च शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रावधानों में संशोधन का रास्ता साफ हो सकता है।
- जन विश्वास संशोधन विधेयक – प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने और छोटे अपराधों में विश्वास आधारित व्यवस्था को बढ़ावा देने पर केंद्रित विधेयक माना जा रहा है।
🔹 पहला अनुपूरक बजट होगा पेश
सत्र के तीसरे दिन की सबसे बड़ी कार्यवाही के रूप में वित्तीय वर्ष 2025–26 का पहला अनुपूरक बजट भी सदन में प्रस्तुत किया जाएगा।
- इसके तहत विभिन्न विभागों के लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान रखे जा सकते हैं।
- साथ ही अनुदान मांगों पर चर्चा होगी, जिसमें विपक्ष सरकार से खर्च और प्राथमिकताओं को लेकर सवाल उठा सकता है।
🔹 राजनीतिक गरमाहट के आसार
बजट, विधेयकों और जनसमस्याओं को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस के संकेत हैं। सदन में आज का दिन विधायी कार्यों के साथ-साथ राजनीतिक दृष्टि से भी खास माना जा रहा है।
कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन जनहित, विकास और वित्तीय निर्णयों के लिहाज से बेहद अहम रहने वाला है।



