
छत्तीसगढ़ के चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण उपलब्धि
🏥 छत्तीसगढ़ को मिली बड़ी सौगात: मेडिकल पीजी की 61 नई सीटें स्वीकृत
🔹 कुल सीटों में बढ़ोतरी
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने छत्तीसगढ़ के शासकीय मेडिकल कॉलेजों में एमडी-एमएस (PG) कोर्स के लिए 61 नई सीटें स्वीकृत की हैं।
- पहले कुल 316 सरकारी पीजी सीटें थीं।
- अब बढ़कर 377 सरकारी सीटें हो गई हैं।
- इसके अलावा, निजी कॉलेजों में 186 सीटें हैं।
➡️ इस तरह, अब पूरे राज्य में कुल 563 पीजी सीटें (सरकारी + निजी) उपलब्ध हैं।

🔹 कॉलेजवार नई स्वीकृत सीटों का वितरण
क्रमांक | चिकित्सा महाविद्यालय | नई स्वीकृत सीटें |
---|---|---|
1️⃣ | छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS), बिलासपुर | 21 |
2️⃣ | अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, राजनांदगांव | 7 |
3️⃣ | स्व. बलिराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, जगदलपुर | 8 |
4️⃣ | स्व. लखी राम अग्रवाल स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायगढ़ | 12 |
5️⃣ | स्व. बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, कोरबा | 13 |
🔸 कुल | 61 सीटें |
🔹 इस निर्णय का महत्व
- 🩺 विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बढ़ेगी
नई सीटों से अधिक डॉक्टर पीजी (MD/MS) स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे, जिससे राज्य के सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ सेवाएं बढ़ेंगी। - 🏫 चिकित्सा शिक्षा को मजबूती
इन कॉलेजों में इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों की संख्या और उपकरणों में भी सुधार किया गया है, जिससे मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी। - 👩⚕️ स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
विशेषज्ञ डॉक्टरों की बढ़ोतरी से जिला और संभागीय अस्पतालों में बेहतर इलाज उपलब्ध होगा, खासकर ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों में। - 🌐 राज्य की आत्मनिर्भरता में वृद्धि
पहले छात्रों को अन्य राज्यों में PG सीटों के लिए जाना पड़ता था; अब अधिक छात्र अपने ही राज्य में उच्च चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
🔹 सरकार और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
- स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि “यह छत्तीसगढ़ की चिकित्सा शिक्षा के इतिहास में एक मील का पत्थर है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने का यह ठोस कदम है।”
- आयुक्त शिखा राजपूत तिवारी ने बताया कि
यह सफलता केंद्र और NMC से लगातार संवाद और दस्तावेजी तैयारी के परिणामस्वरूप मिली है।
🔹 आगे की दिशा
राज्य सरकार का लक्ष्य आने वाले वर्षों में:
- हर मेडिकल कॉलेज में सुपर-स्पेशियलिटी कोर्स शुरू करना,
- और कुछ जिलों में नए मेडिकल कॉलेज खोलना है।
इससे छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और अग्रणी राज्यों में शामिल हो सकेगा।