खेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मस्युख़ मांडविया से मुलाकात में दो महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं:

🏅 बस्तर ओलंपिक को मिला ‘Khelo India Tribal Games’ दर्जा
मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय मंत्रियों और अन्य नेताओं को बताया कि बस्तर ओलंपिक को अब राष्ट्रीय स्तर पर ‘Khelo India Tribal Games’ के रूप में मान्यता दी गई है। यह बदलाव राज्य की पारंपरिक आदिवासी खेल संस्कृति को देश स्तर पर प्रस्तुत करने का एक बड़ा अवसर है।

फायदे और महत्व:
- अब 11 पारंपरिक कबड्डी, खो-खो, तीरंदाजी सहित खेलों को Khelo India कार्यक्रम में शामिल किया जा सकता है।
- इससे आदिवासी खिलाड़ियों को आगे राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पहचान मिलने की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
- इस पहल से बस्तर में खेल के माध्यम से सामाजिक पुनर्निर्माण और युवा सशक्ति की प्रक्रिया मजबूत होगी
🏥 रायपुर और बिलासपुर में मेडिकल व नर्सिंग कॉलेज की स्थापना
मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय मंत्री मांडविया से रायपुर व बिलासपुर में नवीन मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज खोलने की अपनी मांग पेश की है। हालांकि, प्रेस में इस बैठक में मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है, लेकिन:
- केंद्र द्वारा 157 सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोलने की मंजूरी में छत्तीसगढ़ को भी प्राथमिकता दी जा सकती है
- वर्तमान में बिलासपुर में Government B.Sc. Nursing College में लगभग 60 सीटें हैं, और राज्य में कई निजी/सरकारी स्नातक नर्सिंग संस्थाएँ संचालित हैं ।
संभावित लाभ:
- स्वास्थ्य शिक्षा में सुधार और स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या का विस्तार।
- बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य सेवा और रोजगार दोनों में लाभ।
- आदिवासी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को अवसर — खासकर बिलासपुर और रायपुर से नर्सिंग/मेडिकल शिक्षा की पहुँच आसान होगी।
📌 बैठक का सारांश
विषय | बिंदु |
---|---|
बस्तर ओलंपिक | ‘Khelo India Tribal Games’ के रूप में राष्ट्रीय मान्यता |
स्वास्थ्य शिक्षा प्रस्ताव | रायपुर और बिलासपुर में मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज खोलने की मांग |
केंद्र राज्य समन्वय | केंद्रीय मंजूरी शामिल, फिलहाल मार्गदर्शन और प्रस्ताव की स्थिति में संवाद जारी |
🧭 निष्कर्ष
- बस्तर ओलंपिक की Khelo India मान्यता आदिवासी खेल और युवा प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करेगी।
- रायपुर व बिलासपुर में मेडिकल‑नर्सिंग कॉलेज की स्थापना से प्रदेश में स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों क्षेत्रों में वृद्धि की संभावनाएँ हैं।