
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को आज ED (प्रवर्तन निदेशालय) की विशेष अदालत में पेश किया गया। उनके साथ उपस्थित रहे भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और सभी कांग्रेस विधायक — यह एक राजनीतिक दृढ़ता और संगठित समर्थन का प्रतीक रहा।
🧑⚖️ विशेष अदालत में पेशी – घटना का क्रम
- आज सुबह 6:30 बजे ED ने चैतन्य बघेल को हिरासत में लिया, शराब मनी लॉन्ड्रिंग (₹2,100 करोड़) मामले में PMLA के तहत आरोप लगाए गए थे ।
- दोपहर में उन्हें ED की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां उनकी न्यायिक हिरासत पर सुनवाई की गई।

🤝 कांग्रेस का पूरा साथ
- भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, और सभी कांग्रेस विधायक न्यायालय परिसर तक पहुंचे, जिससे राजनीतिक समर्थन और नैतिक एकता स्पष्ट हुई ।
- यह एक सशक्त एकजुटता का संदेश रहा कि कांग्रेस इस समय पूरी तरह पीछे खड़ी है।
🏛️ राजनीतिक संदेश और नारेबाजी
- न्यायालय परिसर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने “भूपेश बघेल जिंदाबाद” जैसे नारे लगाए, जिससे प्रशासन पर दबाव का राजनीतिक संकेत मिला ।
- यह कदम सामूहिक प्रतिरोध और नैतिक समर्थन का प्रतीक बन गया।
⚖️ कानूनी प्रक्रिया आगे
- आज की पेशी में न्यायालय ने ED से अगले स्वीकार्य कारण मांगे और चैतन्य को 24 घंटों तक न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया।
- अगले चरण में फरमान (remand order), अगली सुनवाई की तारीख, और जमानत अर्जी की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
📌 निष्कर्ष
- कांग्रेस का राजनीतिक मोर्चा मजबूत—भूपेश बघेल का समर्थन, विधायकों की मौजूदगी, नारेबाजी सब मिलकर संदेश दे रहे हैं कि यह मामला सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि नैतिक और लोकतांत्रिक समर्थन का युद्ध है।
- ED की सुनवाई के परिणाम और प्रक्रिया की पारदर्शिता इस राजनीतिक-न्यायिक टकराव को आगे दिशा देंगे।