
कार्यक्रम का अवसर और स्थान
- स्थान: बहतराई स्टेडियम, बिलासपुर
- अवसर: स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों की स्वच्छता दीदियों का सम्मान
- विशेष पहल: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव द्वारा पैर पखारकर सम्मान.

भावनात्मक और प्रेरणादायक क्षण
- जब मंच पर मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने स्वच्छता दीदियों के पैर पखारे, तो पूरा स्टेडियम भावुक हो उठा।
- यह सम्मान केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज में सफाई कर्मियों के कार्य को सम्मान और गरिमा देने का सशक्त संदेश था।
- हजारों नागरिक इस अद्भुत क्षण के साक्षी बने, और कई की आंखें नम हो गईं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का संदेश
- स्वच्छता दीदियों और स्वच्छता कमांडोज़ को सिर्फ सफाई कर्मी नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत बताया।
- उनका योगदान स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण के निर्माण में निर्णायक माना।
- इस पहल से समाज में साफ-सफाई के कार्यों के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ने की उम्मीद जताई।
- कहा कि उनका कार्य निष्ठा, परिश्रम और लगन का अद्वितीय उदाहरण है।
स्वच्छता दीदियों की प्रतिक्रियाएं
- पुनीता बाई (विश्रामपुर) और रानू देवांगन (कुम्हारी)
- समाज में सफाई कार्य को अक्सर कमतर आंका जाता है, लेकिन आज का सम्मान उनके जीवन का सबसे गर्वपूर्ण क्षण है।
- यह उनके कठिन परिश्रम की सच्ची पहचान है।
- पूजा राठौर (बिल्हा) और वसु राज (दंतेवाड़ा)
- 8 वर्षों से कार्यरत, लेकिन पहली बार इतना गौरवपूर्ण अनुभव मिला।
- इस सम्मान ने आत्मविश्वास और प्रेरणा दोनों को बढ़ाया।
- शारदा सोनी और किरण सिंह
- मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के इस आत्मीय व्यवहार के लिए दिल से आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का सामाजिक महत्व
- यह सम्मान परंपरागत माल्यार्पण या प्रमाणपत्र से अलग, पैर पखारने के सांकेतिक कार्य के रूप में हुआ, जो भारतीय संस्कृति में गहन सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक है।
- संदेश साफ था—सफाई कर्मी केवल कामगार नहीं, बल्कि समाज के स्वास्थ्य और स्वच्छता के सच्चे संरक्षक हैं।