टेक्नोलॉजी

आइये जानते है की गीजर में आखिर कार ब्लास्ट क्यों होता है?

टेक्नोलॉजी l सर्दियों में गीजर के इस्‍तेमाल और डिमांड दोनों बढ़ जाते हैं. इसके साथ ही बढ़ जाते हैं गीजर से होने वाले हादसे. आप भी आए दिन गीजर में ब्‍लास्‍ट और उससे हुए नुकसान अथवा मौतों की खबरें भी देखतें होंगे. आखिर इस ब्‍लास्‍ट का कारण क्‍या है और इसे कैसे रोका जा सकता है.

सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि गीजर में ब्‍लास्‍ट आखिर होता ही क्‍यों है. एक्‍सपर्ट के मुताबिक, जब गीजर में अंदर का तापमान और दबाव काफी बढ़ जाता है तो उसमें ब्‍लास्‍ट होता है. ऐसा तब होता है जब या तो आपने काफी देर तक उसे ऑन छोड़ा और उसका तापमान लगातार बढ़ता रहा या फिर थर्मोस्‍टेट सिस्‍टम काम करना बंद देता है.अंदर का तापमान बढ़ने और दबाव बढ़ने के पीछे कारण ये है कि अगर गीजर का थमोस्‍टेट सिस्‍टम काम करना बंद दिया है तो फिर पानी को सुरक्षित तापमान से ज्‍यादा गर्म करना शुरू कर देता है. इससे अधिक मात्रा में भाप बनती है और गीजर के अंदर प्रेशर भी बढ़ता जाता है. एक ऐसा समय आता है जब गीजर में धमाका हो जाता है और आसपास मौजूद लोग गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं.

इससे बचने के लिए आपको कुछ टिप्‍स पर काम करना जरूरी है. सबसे अच्‍छा तो यही होगा कि अगर काम न हो तो गीजर को ऑफ ही रखें. इसके अलावा आप गीजर का ज्‍यादा इस्‍तेमाल न करें. इससे आपका गीजर लंबे समय तक नहीं चलेगा और इसमें ज्‍यादा प्रेशर या ओवर हीटिंग की समस्‍या भी नहीं आएगी और ब्‍लास्‍ट की आशंका भी लगभग खत्‍म हो जाएगी.

अपने गीजर को ब्‍लास्‍ट से बचाने का दूसरा सबसे अच्‍छा तरीका है कि इसके तापमान को कम रखें. संभव हो तो अपने गीजर का तापमान 55 से 60 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच ही रखा करें. अगर गीजर का तापमान ज्‍यादा नहीं होगा तो इसमें ब्‍लास्‍ट की आशंका भी कम हो जाएगी और आपने गीजर को लंबे समय तक सुरक्षित तरीके से इस्‍तेमाल कर सकेंगे.

अपने गीजर को ब्‍लास्‍ट से बचाने के लिए तीसरा सबसे असरदार तरीका है कि आप अपने हॉट पाइप्‍स को इंसुलेट करें. इससे हीट लॉस नहीं होगा और कम तापमान पर भी आपका गीजर पानी को अच्‍छे से गर्म कर देगा. आपकी यह तकनीक गीजर में ब्‍लास्‍ट होने से बचा लेगी और आपको ज्‍यादा बिजली भी नहीं खर्च करनी पड़ेगी. इसके लिए आप गीजर ब्‍लैंकेट का इस्‍तेमाल कर सकते हैं.

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