एसआईआर फॉर्म भरते समय साइबर ठगी से सावधान रहें — मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ की अपील

रायपुर, 20 नवंबर 2025
छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) प्रक्रिया जारी है। इसी प्रक्रिया के तहत नागरिकों द्वारा बड़े पैमाने पर गणना फॉर्म भरे जा रहे हैं। इसी संदर्भ में कार्यालय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ ने एक अहम सुरक्षा सलाह जारी की है, जिसमें नागरिकों को ओटीपी धोखाधड़ी (OTP Scam) से बचने की अपील की गई है।

🔐 मोबाइल नंबर सुरक्षित है — लेकिन सतर्कता जरूरी
निर्वाचन कार्यालय ने साफ कहा है कि SIR फॉर्म में मोबाइल नंबर देना पूरी तरह सुरक्षित है।
लेकिन इसी दौरान कुछ साइबर अपराधी फर्जी कॉल, फर्जी अधिकारी बनकर OTP मांगने का प्रयास कर सकते हैं।
इसीलिए नागरिकों को अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
⚠ सबसे महत्वपूर्ण बात — SIR फॉर्म भरते समय OTP की कोई आवश्यकता नहीं
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दो टूक कहा है:
- SIR फॉर्म भरने में कभी भी OTP नहीं लगता।
- बूथ लेवल ऑफिसर (BLO), अधिकारी या कोई कर्मचारी किसी भी परिस्थिति में OTP नहीं मांगता।
इसका मतलब यह है कि
👉 जो भी OTP मांगे, वह निश्चित रूप से धोखेबाज़ है।
🔴 मुख्य चेतावनी एवं सुरक्षा निर्देश
नागरिकों को दिए गए निर्देश बिल्कुल सरल और स्पष्ट हैं:
1️⃣ कोई OTP मांगे – तुरंत मना कर दें
अगर कोई आपसे कहे—
“आपके SIR से जुड़े मोबाइल पर जो OTP आया है, वह हमें बता दीजिए”
तो तुरंत कहें:
👉 “मैं OTP किसी को नहीं दूँगा/दूँगी।”
और तुरंत कॉल काट दें।
2️⃣ संदेह होने पर BLO से सीधे संपर्क करें
अगर कोई संदेहास्पद कॉल आए तो कहें:
👉 “मैं सीधे अपने BLO या कार्यालय से ही संपर्क करूँगा/करूँगी।”
इससे सामने वाला स्कैमर तुरंत पीछे हट जाता है।
3️⃣ दबाव या धमकी पर — तुरंत पुलिस को सूचना दें
अगर कोई धमकी दे, दबाव बनाए या डराकर OTP लेने का प्रयास करे, तो:
👉 नजदीकी पुलिस स्टेशन में तुरंत शिकायत दर्ज कराएँ।
👉 साइबर हेल्पलाइन पर भी शिकायत की जा सकती है।
🛑 देश भर में नया OTP घोटाला — SIR फॉर्म के नाम पर धोखाधड़ी
कई राज्यों की पुलिस ने अलर्ट जारी किया है कि
साइबर अपराधी SIR फॉर्म के नाम पर:
- मतदान अधिकार रद्द होने की धमकी
- फर्जी लिंक भेजना
- फर्जी अधिकारी बनना
- मोबाइल सत्यापन का झांसा
देकर OTP लेने की कोशिश कर रहे हैं।
OTP साझा होते ही अपराधी:
- बैंक खातों से पैसे निकाल सकते हैं
- व्हाट्सऐप/सोशल मीडिया हैक कर सकते हैं
- डिजिटल वॉलेट खाली कर सकते हैं
- मोबाइल नंबर से जुड़े अन्य खातों तक पहुँच सकते हैं
इसलिए OTP साझा करना = अपनी सुरक्षा गँवाना।
✔ आपकी सतर्कता ही आपकी सुरक्षा है
नागरिकों को चुनाव आयोग ने सलाह दी है कि:
- सावधान रहें
- समझदारी दिखाएँ
- किसी भी OTP को कभी साझा न करें
📞 अधिक जानकारी या शिकायत के लिए
- हेल्पलाइन नंबर: 1950
- आधिकारिक सोशल मीडिया: @CEOChhattisgarh
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