छत्तीसगढ़
पुलिस-नक्सलियों मुठभेड़ में मारे गए 3 नक्सली, नक्सलियों के शव समेत हथियार …..

मुठभेड़ का घटनाक्रम…
- स्थान और समय: यह मुठभेड़ कांकेर जिले के जंगलों में आज सुबह हुई, जब सुरक्षा बल के जवान नियमित सर्चिंग अभियान पर निकले थे।
- सामना कैसे हुआ: जवानों को इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। घेराबंदी की गई और इसी दौरान दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई। मुठभेड़ लंबी चली और अंततः सुरक्षा बल को बड़ी सफलता मिली।

नक्सलियों पर कार्रवाई…
- मारे गए नक्सली: कुल 3 नक्सली ढेर हुए, जिनमें 1 महिला और 2 पुरुष शामिल हैं।
- पहचान और इनाम: तीनों पर कुल ₹14 लाख का इनाम था। यानी ये नक्सली संगठन के सक्रिय और वांछित सदस्य थे।
- बरामदगी: घटना स्थल से हथियार, बड़ी मात्रा में नक्सल सामग्री और शव बरामद किए गए। इसमें बंदूक, विस्फोटक, पिट्ठू बैग, साहित्य व रोजमर्रा की जरूरत का सामान शामिल बताया जा रहा है।
सुरक्षा बल की रणनीति….
- जवानों ने मुठभेड़ के बाद इलाके में सघन सर्चिंग अभियान चलाया ताकि भागे हुए नक्सलियों का भी पता लगाया जा सके।
- जंगल के अंदर मौजूद नक्सली मांद (अड्डा) तक घुसकर कार्रवाई की गई। इससे स्पष्ट है कि सुरक्षा बल पहले से तय योजना और खुफिया इनपुट के आधार पर ऑपरेशन कर रहे थे।
महत्व और असर…
- बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला ऑपरेशन: इनामी नक्सलियों के खात्मे से सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है।
- नक्सली नेटवर्क को झटका: एक महिला समेत तीन बड़े कैडर के मारे जाने से स्थानीय नक्सली नेटवर्क कमजोर होगा।
- इलाके में सुरक्षा बल की पकड़ मजबूत: कांकेर-उत्तर बस्तर का इलाका लंबे समय से नक्सल गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है। इस सफलता से वहां सुरक्षा बल की पकड़ और मजबूत होगी।
- स्थानीय ग्रामीणों पर प्रभाव: नक्सलियों की पकड़ कमजोर होने पर ग्रामीणों में विश्वास बढ़ता है और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का रास्ता आसान होता है।
👉 यह ऑपरेशन सुरक्षा बलों की लगातार रणनीतिक जीत का हिस्सा है, जो हाल के वर्षों में बस्तर, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा जैसे जिलों में देखने को मिला है।