छत्तीसगढ़
पायनियर समूह स्थापना दिवस एवं छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नदृष्टा एवं निर्माता अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति संगोष्ठी में शामिल हुए श्री साय…

कार्यक्रम का अवसर और उद्देश्य
- मंच: श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज का ऑडिटोरियम, रायपुर
- अवसर:
- पायनियर समूह का स्थापना दिवस (10 वर्ष पूर्ण)
- छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नदृष्टा एवं निर्माता, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति संगोष्ठी

मुख्य अतिथि एवं अध्यक्षता
- मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
- अध्यक्षता: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
- अन्य प्रमुख उपस्थितजन:
- उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा
- विधायक श्री पुरंदर मिश्रा
- बसना विधायक श्री संपत अग्रवाल
- डॉ. देवेंद्र नायक, डॉ. नीता नायक
- पायनियर एवं बालाजी ग्रुप के अधिकारी-कर्मचारी

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के संबोधन के प्रमुख बिंदु
- अटल बिहारी वाजपेयी का योगदान
- छत्तीसगढ़ का गठन 2000 में अटल जी की देन।
- ग्रामीण सड़कों का जाल बिछाने में प्रमुख भूमिका।
- स्वर्णिम चतुर्भुज योजना और टेलीकॉम क्रांति का श्रेय।
- अनुसूचित जनजाति के लिए अलग मंत्रालय का गठन।
- व्यक्तिगत जुड़ाव
- 2004 तक सांसद के रूप में उनके साथ काम करने का अनुभव।
- अटल जी के भाषणों की प्रभावशाली शैली—विपक्षी भी प्रशंसा करते थे।
- राजनीति के साथ वे एक श्रेष्ठ साहित्यकार और कवि भी थे।
- पायनियर समूह की प्रशंसा
- 10 वर्षों से निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता।
- भविष्य में भी आम जनता की आवाज बने रहने की शुभकामनाएं।
- बालाजी ग्रुप की सराहना
- महिलाओं की नि:शुल्क डिलीवरी और उपचार के सामाजिक कार्य की प्रशंसा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का उद्बोधन
- पायनियर की यात्रा
- रायपुर संस्करण 2016 में शुरू हुआ, अब 10वें वर्ष में प्रवेश।
- शुभारंभ अवसर पर अरुण जेटली की उपस्थिति का स्मरण।
- पायनियर ने स्वास्थ्य और समाचार जगत में महत्वपूर्ण स्थान बनाया।
- गांव-गांव तक पायनियर को पहुंचाने की सराहना।
- 169 साल की पत्रकारीय विरासत का उल्लेख।
- अटल जी की नीतियां और निर्णय
- ग्रामीण सड़क योजना से गांवों को जोड़ना।
- सर्व शिक्षा अभियान से बच्चों को शिक्षा से जोड़ना।
- विदेशी दबाव के बावजूद परमाणु परीक्षण की सफलता।
- अटल जी से जुड़े 45 साल पुराने संस्मरण साझा किए।
वातावरण और संदेश
- कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी जी के योगदान, दृष्टि और नेतृत्व को श्रद्धांजलि दी गई।
- पत्रकारिता, स्वास्थ्य सेवा और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया।
- राजनीति, प्रशासन, मीडिया और स्वास्थ्य जगत के बीच सकारात्मक सहयोग की तस्वीर सामने आई।