
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संसद भवन में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से सौजन्य भेंट की। इस महत्वपूर्ण मुलाकात में दोनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ के समग्र विकास एवं माओवादी चुनौती से निपटने की रणनीति सहित अनेक विषयों पर विचार-विमर्श किया।

🧾 प्रमुख चर्चा-विषय
1. नक्सल उन्मूलन अभियान
- मुख्यमंत्री ने दस महीने में नक्सल विरोधी अभियानों में उल्लेखनीय सफलता का ब्यौरा दिया। दिसंबर 2023 से अब तक 33 दर्जन से अधिक बड़े मुठभेड़ हुए, जिनमें 445 माओवादी न्यूट्रलाइज़ किए गए, 1,154 गिरफ्तार और 1,588 ने आत्मसमर्पण किया।
- उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ’Integrated Development and Security’ नीति के तहत विकास और सुरक्षा का समन्वित दृष्टिकोण अपना रही है।
- गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि की सराहना की और केंद्र की ओर से विनोद समर्थन व सहयोग की पुष्टि की।
2. समग्र विकास योजनाएँ
- मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के Anjor Vision @2047, Industrial Policy 2024–30, बड़े पैमाने पर निवेश प्रस्तावों, बस्तर सहित अन्य माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में विकास की योजनाओं से अमित शाह को अवगत कराया।
- उन्होंने बताया कि राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना और पर्यटन क्षेत्रों में तेजी से काम कर रही है।
- बैठक में अमृत रजत वर्ष समारोह (1 नवंबर 2025) की तैयारियों पर भी चर्चा हुई।
3. सुरक्षा समीक्षा और भविष्य की योजनाएँ
- अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार माओवादी खतरे के खिलाफ दृढ़—निश्चित योद्धा की तरह काम कर रही है, और छत्तीसगढ़ में मार्च 2026 तक पूर्ण माओवादी मुक्त छत्तीसगढ़ का लक्ष्य हासिल करने का संकल्प लिया है।
- बैठक में उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव भी किया गया, जिसमें राज्य एवं केंद्र सरकार की सुरक्षा एजेंसियाँ भाग लेंगी।
✅ निष्कर्ष
- मुख्यमंत्री साय की अमित शाह से तामसिक मुलाकातों ने यह स्पष्ट कर दिया कि माओवादी उन्मूलन और समग्र विकास छत्तीसगढ़ की प्राथमिक रणनीति है।
- इस बैठक ने दोनों सरकारों के बीच विश्वास बढ़ाया, साथ ही केंद्र से तकनीकी, वित्तीय और लॉजिस्टिक सहयोग सुनिश्चित किया।
- राज्य सरकार के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की गति तेज करने एवं स्थानीय जनता को लाभ पहुंचाने के इरादे देश की गृहमंत्री के सामने मजबूती से रखे गए।