चिड़ियाघरों में जंगली जानवरों की जान ले रहा ये वायरस तेजी से फैल रहा है, जानें इंसानों में फैलने का कितना खतरा…
दुनियाभर के कई चिड़ियाघरों में जंगली जानवरों के बीच बर्ड फ्लू फैल रहा है, जिससे उनकी मौत भी हो रही है। जानें कि क्या यह बीमारी जानवरों से इंसानों में भी फैल सकती है।
जानवरों में बर्ड फ्लू के मामले तेजी से फैल रहे हैं, दुनियाभर में कई अलग-अलग देशों के चिड़ियाघरों से खबरें आई हैं, कि बर्ड फ्लू तेजी से फैलता जा रहा है। कई चिड़ियाघरों में बर्ड फ्लू के प्रकोप के कारण जानवरों की मौत भी हो रही है। बर्ड फ्लू का वैज्ञानिक नाम एच5एन1 (H5N1) है और आम बोलचाल की भाषा में बर्ड फ्लू इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यह पक्षियों से ही फैलना शुरू हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनियाभर के देशों में कई जगह बर्ड फ्लू के कारण चिड़ियाघर में जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है। ऐसे में कई दुर्लभ जानवरों की प्रजाति विलुप्त होने का खतरा और ज्यादा बढ़ रहा है। रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है एच5एन1 वायरस में कई बदलाव आ रहे हैं, जिनके बाद यह जंगली जानवरों में तेजी से फैलने लगा है।
चिड़ियाघरों में इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। संक्रमित जानवरों को अलग रखा जा रहा है और उसकी सेहत का खास तरीके से ध्यान रखा जा रहा है। जानवरों को बीमारी और लक्षणों के अनुसार उचित ट्रीटमेंट दिया जा रहा है और साथ ही साथ इस वायरस के फैलने से रोकने के लिए भी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। जानवरों में इससे जुड़े लक्षण देखते ही उन्हें अलग कर दिया जाता है और उसका फैलाव रोकने की करने लगते हैं।
जानवरों की तरह इंसानों में भी इसके फैलने का खतरा रहता है और ऐसा आमतौर पर तब होता है जब सांस के माध्यम से काफी वायरस उनके शरीर के अंदर चला जाता है, तो संक्रमण फैला सके। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स का मानना यह है कि बर्ड फ्लू के इंसानों में फैलने के मामले काफी दुर्लभ हैं और बहुत ही कम मामलों में ये लक्षण देखने को मिलते हैं।