सदस्यता अभियान के बहाने CM मोहन ने दिए बड़े संकेत, सरकार में मिलेगा पद, MLA होंगे सक्रिय

मध्य प्रदेश में बीजेपी 1 सितंबर से सदस्यता अभियान की शुरुआत करने वाली है. जिसके लिए राजधानी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने बड़े संकेत दिए हैं. खास बात यह है कि इस बार बीजेपी ने मध्य प्रदेश में डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. ऐसे में सीएम मोहन ने विधायकों को भी बड़ा हिंट दिया है, जो सरकार से जुड़ा हुआ है. बीजेपी ने इस बार उन विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा फोकस करने की बात कही है, जहां विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार मिली थी और लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी पिछड़ी थी.
सीएम मोहन यादव ने कार्यक्रम में बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा जो भी ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाएगा उसे सरकार में जिम्मेदारी मिलेगी. दरअसल, मध्य प्रदेश में सरकार ने सभी समीतिया भंग कर दी थी. ऐसे में अब माना जा रहा है कि प्रभारी मंत्रियों को जिलों का प्रभार मिलने के बाद एल्डरमैन, कैबिनेट, दर्जा प्रभार मंत्री वाली सभी समितियों का गठन होने वाला है. जिससे माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में सरकार इन खाली पदों को भी भरने की तैयारी में है. जिनमें विधायकों को भी मौका मिलेगा. ऐसे में जो विधायक मंत्री बनने से रह गए थे, अब उन्हें एक बार फिर से निगम मंडलों के जरिए सरकार में एंट्री का मौका मिल सकता है.
निगम मंडल के पद है खाली
मोहन सरकार के गठन के बाद निगम मंडलों में की गई सभी नियुक्तियां भंग कर दी गई थी. लेकिन अब सीएम मोहन यादव ने एक बार फिर से निगम मंडलों में नियुक्तियों के निर्देश दिए हैं. माना जा naga788 रहा है कि सरकार जल्द ही निगम मंडलों अध्यक्षों और उपाध्यक्षों की नियुक्तियां करेगी. जिससे जनप्रतिनिधियों को सरकार में एंट्री करने का मौका मिलेगा. सीएम मोहन यादव ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जो सबसे ज्यादा सदस्य बनाने का काम करेगा पार्टी उसका ध्यान रखेगी और जिम्मेदारी भी देगी.

विधायकों की सक्रियता बढ़ाना चाहती है भाजपा
भाजपा ने मध्य प्रदेश में इस बार डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया है. जिसके लिए विधायकों का सक्रिय होना सबसे ज्यादा जरूरी है. ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार ने निगम मंडलों में नियुक्तियों के संकेत देकर विधायकों को सक्रिय होने की हिंट दी है. क्योंकि बीजेपी में बड़ी संख्या में इस बार सीनियर विधायक मंत्री नहीं बन पाए हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि इनमें से कुछ विधायकों को निगम मंडलों के जरिए एडजस्ड किया जा सकता है.
मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर पीछे थी बीजेपी
दरअसल, मध्य प्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बंपर जीत हासिल की है. लेकिन लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर पीछे रही थी. ऐसे में बीजेपी ने इन्हीं सीटों पर खास फोकस करने की बात कही है. खास तौर पर राज्यसभा सदस्यों को इन सीटों पर फोकस करने की बात कही गई है, जबकि लोकसभा सांसदों को भी यहां नजर बनाए रखने की बात कही गई है. माना जा रहा है कि बीजेपी इन विधानसभा क्षेत्रों में अपने कार्यकर्ताओं की संख्या को बढ़ाना चाहती है और बूथ स्तर पर सबसे ज्यादा फोकस करने कि दिशा में आगे बढ़ रही है.