बाहर लटका हुआ मोटा पेट 30 सेकंड की इस ट्रिक से होगा अंदर! फिटनेस कोच ने बताया
मोटा पेट कम करने के लिए लोग अक्सर जिम से लेकर डाइट तक हर चीज फॉलो करते हैं. रिसर्च बताती हैं कि जो लोग रोजाना 10 से 12 हजार कदम चलते हैं, उनके शरीर का बॉडी मास इंडेक्स और फैट पर्सेंट कम होता है.
वहीं जो लोग इंटरवल ट्रेनिंग करते हैं, वे लोग भी तेजी से वजन कम कर सकते हैं.
निश्चित समय में कुछ ऐसी एक्टिविटी जिसे एक निश्चित समय तक के लिए किया जाता है, उसे इंटरवल ट्रेनिंग कहते हैं. इससे अचानक हार्ट रेट बढ़ती है और तेजी से कैलोरी बर्न होती है.
इंटरवल ट्रेनिंग क्या होती है
इस वर्कआउट के लिए अधिक समय की भी जरूरत नहीं होती. इंटरवल ट्रेनिंग से मेटाबॉलिक फंक्शन और कार्डियो रेस्पिरेट्री फिटनेस में भी सुधार होता है.
इंटरवल ट्रेनिंग का उद्देश्य अधिकतम कैपेसिटी से एक्टिविटी करना, फिर थोड़ा आराम करना और उसके बाद फिर से फुल कैपेसिटी से कुछ देर एक्टिविटी करना है. ऐसे ही एक्टिविटी के 3-4 सेट चलते रहते हैं.
इलिनोइस के नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन क्रिस्टल लेक हेल्थ एंड फिटनेस सेंटर के एक पर्सनल ट्रेनर डेनिस मिकलाज (Denise Miklasz) ने PopSugar को इंटरव्यू देते हुए बताया था, ‘जिस इंटेंसिटी से आप चलते हैं, वह आपके शरीर को अधिक कैलोरी बर्न करने के लिए और कार्डियोरेस्पिरेटरी सिस्टम को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.’
क्या है 30 सेकंड वाली ट्रिक
‘यदि कोई नॉर्मल वॉक कर रहा है और वह हर 3 से 5 मिनट में 30 से 60 सेकंड के लिए तेज स्पीड में चलता है, तो उसकी वेट लॉस की स्पीड बढ़ सकती है. 60 सेकंड अगर आप तेज चलते हैं तो उसमें कूलडाउन वॉक भी शामिल होनी चाहिए.’
‘इंटरवल ट्रेनिंग यानी बीच-बीच में की जानी वाली एक्सरसाइज से वर्कआउट के बाद भी शरीर कैलोरी बर्न करता रहता है जिससे एक्सरसाइज के बाद भी एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न करने में मदद मिल सकती है.’
‘वर्कआउट के बाद जो कैलोरी बर्न होती है, उसे ऑक्सीजन खपत या ईपीओसी कहा जाता है. ईपीओसी को कभी-कभी ‘आफ्टरबर्न इफेक्ट’ के रूप में जाना जाता है.’
मिकलाज कहते हैं, ‘कम कैलोरी खाने की अपेक्षा एक्सरसाइज और फिटनेस रूटीन को फॉलो करना अधिक प्रभावी है. एक्सरसाइज दुबले शरीर के वजन को बनाए रखने और बढ़ाने में मदद कर सकती है, जिससे रोजाना अधिक कैलोरी बर्न होती है.’
अगर आप इंटरवल ट्रेनिंग करते हैं या नहीं, पैगुड हाउसकीपिंग की रिपोर्ट बताती है कि पैदल चलने से वजन कम होता है. साथ ही लो ब्लडप्रेशर, डिमेंशिया, हड्डियों की कमजोरी और डाइजेशन जैसी समस्याएं भी दूर हो सकती हैं.
इंटरवल ट्रेनिंग से शरीर पर अधिक लोड पड़ता है इसलिए इसे रोजाना न करें. हफ्ते में सिर्फ एक या दो बार करना सही है. बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के इसे बिल्कुल न करें.