
छत्तीसगढ़ की बेटी नमी राय पारेख ने जापान में आयोजित एशिया‑अफ्रीका‑पैसिफिक इंटरनेशनल पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप (Asia‑Africa‑Pacific Powerlifting Championship) में 57 किग्रा सीनियर क्लासिक डेडलिफ्ट श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता — उन्होंने 185 किग्रा की डेडलिफ्ट कर के यह मुकाम हासिल किया, अपनी पहली अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में ही यह उपलब्धि दर्ज कराई ।

🏅 उपलब्धि की विशिष्टताएँ
- यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी — इसी पदार्पण पर उन्होंने गोल्ड मेडल जीता ।
- भारतीय दल ने कुल रूप से 31‑34 सदस्यों की टीम के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, जिसमें 6 गोल्ड, 8 सिल्वर, 6 ब्रॉन्ज सहित पदक शामिल हैं।
- इसी प्रतियोगिता में कर्नाटक के आदर्श अटावर ने भी विश्व‑रिकॉर्ड प्रदर्शन किया, लेकिन छत्तीसगढ़ की नमी की स्पर्धा में निडर और शक्तिशाली जीत थी ।
🚩 मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Deo Sai) की सराहना
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित राज्य के अनेक शीर्ष नेता, जैसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, खेल मंत्री टनकरम वर्मा, सांसद आदि ने नमी राय पारेख की इस शानदार उपलब्धि पर उनकी हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएँ दीं ।
उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि नमी की यह जीत राज्य की अन्य बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और यह दर्शाता है कि अगर परिवार व समाज का समर्थन मिले, तो महिलाएं खेल के क्षेत्र में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक सकती हैं ।
📣 नमी का संदेश: बेटियों के लिए प्रेरणा
नमी राय पारेख ने कहा:
“यह मेरी छह साल की कठिन मेहनत का परिणाम है… मैं एक बहू हो कर गोल्ड मेडल जीत कर आई हूँ, तो बेटियाँ तो और भी बेहतर कर सकती हैं… माता‑पिता से आग्रह है कि वे अपने बच्चों को पूरा समर्थन दें।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका गोल्ड मेडल जीतने का सिलसिला अभी यहीं रुकने वाला नहीं है — उन्हें लक्ष्य है कि वे भविष्य में भी अंतर्राष्ट्रीय खेलों में रिकॉर्ड तोड़ें।
✅ सारांश:
| विषय | विवरण |
|---|---|
| प्रतियोगिता | एशिया‑अफ्रीका‑पैसिफिक पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप, जापान |
| वर्ग | महिला 57 किग्रा क्लासिक डेडलिफ्ट |
| प्रदर्शन | 185 किग्रा डेडलिफ्ट, स्वर्ण पदक, कुल मिलाकर 5वाँ स्थान |
| भारतीय दल का परिणाम | 6 गोल्ड, 8 सिल्वर, 6 ब्रॉन्ज, तृतीय स्थान overall |
| मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया | नमी की उपलब्धि को प्रदेश गर्व बताया, बेटियों को प्रेरणा मिलने की बात कही |
| नमी का संदेश | परिवार और समाज के समर्थन से महिलाएं खेल में आगे बढ़ सकती हैं |
निष्कर्ष:
नमी राय पारेख की इस ऐतिहासिक जीत ने छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे भारत को गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित राज्य-पार्टी नेताओं की शुभकामनाओं ने इस सफलता को और भी अधिक सम्मानजनक बना दिया। नमी की यह कहानी बताती है कि यदि महिलाएं मन लगाकर मेहनत करें, साथ मिले समर्थन, तो वे खेल और समाज में ऊँचा मुकाम हासिल कर सकती हैं।
उनकी सफलता न सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए प्रेरणा और आत्मविश्वास की मिसाल भी है।



