SIR को लेकर कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस….

यह विषय छत्तीसगढ़ में चल रही SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया और उससे जुड़ी राजनीतिक हलचल से संबंधित है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं —
🗳️ SIR को लेकर कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस (पीसी)
📅 तारीख: 10 नवंबर 2025 (सोमवार)
🕦 समय: सुबह 11:30 बजे
📍 स्थान: राजीव भवन, रायपुर (छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय)
🎙️ मुख्य वक्ता:
- मोहन मरकाम, संयोजक – एसआईआर मॉनिटरिंग कमेटी
- कमेटी के सदस्य एवं अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता
🎯 प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य
कांग्रेस पार्टी ने यह प्रेस कॉन्फ्रेंस राज्य में चल रही SIR प्रक्रिया (Special Intensive Revision) को लेकर बुलायी है।
इसका मुख्य उद्देश्य —
- मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रगति पर कांग्रेस का दृष्टिकोण प्रस्तुत करना।
- संभावित अनियमितताओं या शिकायतों पर पार्टी का रुख स्पष्ट करना।
- मतदाता सूची की पारदर्शिता को लेकर सुझाव या आलोचना साझा करना।
कांग्रेस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी मतदाता — विशेषकर ग्रामीण, आदिवासी या नए मतदाता — सूची से वंचित न रह जाए।
🧾 SIR प्रक्रिया का अर्थ और पृष्ठभूमि
SIR (Special Intensive Revision) यानी मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण —
यह चुनाव आयोग द्वारा समय-समय पर किया जाने वाला एक बड़ा अभियान है, जिसके अंतर्गत:
- मतदाता सूची में नए नाम जोड़े जाते हैं,
- पुराने या मृत मतदाताओं के नाम हटाए जाते हैं,
- और त्रुटियों या डुप्लीकेट प्रविष्टियों को सुधारा जाता है।

यह प्रक्रिया आमतौर पर विधानसभा या लोकसभा चुनावों की तैयारी से पहले होती है ताकि मतदाता सूची अद्यतन रहे।
📊 छत्तीसगढ़ में SIR की वर्तमान स्थिति
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार:
| विवरण | आँकड़े |
|---|---|
| SIR प्रारंभ तिथि | 5 नवंबर 2025 |
| अवधि | लगभग 20 दिन |
| कुल पंजीकृत मतदाता | 2,12,30,737 |
| अब तक पहुँचे BLO (Booth Level Officers) | 43 लाख मतदाताओं के घरों तक |
| कवरेज प्रतिशत | लगभग 21% |
| कुल BLO की संख्या (राज्यभर) | ~22,000 |
| लक्ष्य पूर्णता तिथि | नवंबर के अंतिम सप्ताह तक |
इस प्रक्रिया में BLO घर-घर जाकर मतदाता से फॉर्म-6, फॉर्म-7, फॉर्म-8 आदि वितरित कर रहे हैं, जिनसे मतदाता नाम जोड़ने, हटाने या संशोधन का आवेदन कर सकते हैं।
⚙️ प्रशासनिक पहलू और निगरानी
- SIR प्रक्रिया की निगरानी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) छत्तीसगढ़ द्वारा की जा रही है।
- प्रत्येक जिले में कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी पर्यवेक्षक हैं।
- रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर और सरगुजा में संवेदनशील बूथों पर विशेष दल बनाए गए हैं।
🗣️ राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
🔹 कांग्रेस का दृष्टिकोण:
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि —
“यह मतदाता सूची पुनरीक्षण लोकतंत्र की बुनियाद है। यदि सूची में त्रुटियाँ होंगी तो मतदान का अधिकार प्रभावित होगा।”
संभावना है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस कुछ जिलों में SIR की गति या पारदर्शिता पर सवाल उठा सकती है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहाँ मतदाता सूची में ‘नाम कटने’ या ‘दोहरी प्रविष्टियों’ की शिकायतें सामने आई हैं।
🔹 सरकारी रुख:
दूसरी ओर, शासन व निर्वाचन आयोग का दावा है कि —
“SIR प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और हर नागरिक को ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से आवेदन का अवसर दिया गया है।”
🔍 महत्व क्यों है यह प्रक्रिया
- 2026 में संभावित निकाय चुनावों से पहले यह पुनरीक्षण अहम है।
- इसके बाद बनने वाली अंतिम मतदाता सूची आगामी चुनावों की आधार सूची (Base Roll) होगी।
- यह सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक योग्य नागरिक मतदान के अधिकार से जुड़ा रहे।
📅 अगले चरण
- 15 नवंबर 2025 तक: फॉर्म वितरण और प्राप्ति का कार्य।
- 20 नवंबर 2025 तक: प्रारंभिक मतदाता सूची का संकलन।
- 25 नवंबर 2025: आपत्तियाँ / दावे दर्ज करने की अंतिम तिथि।
- 30 नवंबर 2025: अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन।
🧭 संक्षेप में
| पहलू | विवरण |
|---|---|
| प्रक्रिया | SIR (Special Intensive Revision) |
| उद्देश्य | मतदाता सूची का अद्यतन |
| संचालित संस्था | निर्वाचन आयोग, छत्तीसगढ़ |
| कवरेज (अब तक) | 21% मतदाता |
| कांग्रेस की कार्रवाई | राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस |
| प्रमुख वक्ता | मोहन मरकाम और कमेटी सदस्य |
| अपेक्षित चर्चा बिंदु | पारदर्शिता, मतदाता अधिकार, फील्ड रिपोर्ट |



