छत्तीसगढ़
श्री अरुण साव -“तेजी से बदलती दुनिया में नए मानकों और नवाचारों की जानकारी जरूरी है” – श्री अरुण साव.

“तेजी से बदलती दुनिया में नए मानकों और नवाचारों की जानकारी जरूरी है” – श्री अरुण साव
यह बात लोकसभा सांसद श्री अरुण साव ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कही, जहाँ उन्होंने आधुनिक तकनीक, वैश्विक परिवर्तनों और निरंतर हो रहे नवाचारों पर जोर देते हुए युवाओं और नीति-निर्माताओं को जागरूक रहने का संदेश दिया।

👉 मुख्य बिंदु जो उन्होंने अपने भाषण में रखे:
- तेजी से बदलती वैश्विक व्यवस्था:
श्री साव ने कहा कि आज का युग परिवर्तन का युग है। विज्ञान, तकनीक, संचार और शिक्षा के क्षेत्र में हर दिन नए मानक बन रहे हैं, और अगर हम इस बदलाव की रफ्तार से पीछे रह गए तो हम वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पिछड़ सकते हैं। - नवाचार और अनुसंधान की आवश्यकता:
उन्होंने विशेष रूप से यह बात कही कि नवाचार (innovation) ही आज की असली शक्ति है। हर क्षेत्र – चाहे वह कृषि हो, स्वास्थ्य हो, रक्षा हो या शिक्षा – नई सोच और प्रयोगों की माँग करता है। - शिक्षा और कौशल विकास का महत्त्व:
श्री साव ने युवाओं से आग्रह किया कि वे सिर्फ डिग्री प्राप्त न करें, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान, तकनीकी दक्षता और समय के साथ बदलने की योग्यता विकसित करें। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) इस दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। - ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत:
उन्होंने भारत के उद्यमशील युवाओं को देश में ही नवाचार करने और वैश्विक मानकों की चीजें भारत में ही विकसित करने की प्रेरणा दी। - नीतिगत जागरूकता की जरूरत:
श्री साव ने यह भी कहा कि नीति-निर्माताओं, अधिकारियों, और सांसदों को भी नए वैश्विक ट्रेंड्स, टेक्नोलॉजी और पर्यावरणीय मानकों की जानकारी रखनी चाहिए ताकि वे बेहतर निर्णय ले सकें।
🔎 कार्यक्रम की पृष्ठभूमि:
यह भाषण उन्होंने संभवतः किसी शैक्षणिक संगोष्ठी, तकनीकी सम्मेलन, या युवा सम्मेलन में दिया था, जहाँ विषय था – “वर्तमान युग में नवाचार की भूमिका” या “ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के साथ भारत का समन्वय”।