सर्दियों में क्यों होता है माइग्रेन और सिरदर्द, ये हैं कारण और इलाज,,,

हेल्थ l सर्द हवाओं और कम तापमान के कारण लोगों को जहां कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है वहीं लोगों को सर्दी-जुकाम और खांसी या बंद गले जैसी समस्याएं हो रही हैं। सर्दियों के सीजन में फ्लू जैसे वायरल इंफेक्शन्स और अस्थमा, ब्रोंकाइटिस के लक्षण गम्भीर होने जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। वहीं, कुछ लोगों को सर्दियों में बार-बार सिरदर्द और माइग्रेन का सिरदर्द (Migraine pain) महसूस होता है। दरअसल, टेंपरेचर कम होते ही इन लोगों को माइग्रेन की समस्या होने लगती है जिससे लोग परेशान हो जाते हैं।
ठंड में माइग्रेन की समस्याकई कारणों से बढ़ सकती है। ये ट्रिगर्स पर्यावरण से जुड़े हो सकते हैं और लाइफस्टाइल से भी। जैसे सर्दियों में तापमान बदलने और ठंडी हवाओं के कारण माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। सर्दियों के मौसम में जब हवाएं सर्द हो जाती हैं तो इससे साइनस, कानों में दर्द और माइग्रेन का सिरदर्द बढ़ जाता है। ऐसे में उन लोगों को अधिक तकलीफ हो सकती है जिन्हें माइग्रेन की समस्या भी होती है। वहीं, इन कारणों से भी माइग्रेन के सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
- शोर-शराबा और तेज रोशनी
- धुआं और प्रदूषण
- भूखे रहना या मील स्किप करना
- अल्कोहल का सेवन
- तनाव लेने की आदत या स्ट्रेस….
- सर्दियों में जब भी घर से बाहर निकलें तो अपने सिर को स्कार्फ से ढंककर रखें। आप टोपी भी पहन सकते हैं।
- माइग्रेन के दर्द से बचने और स्ट्रेस कम करने के लिए आप तेल से सिर की मालिश करें।
- अगर आप माइग्रेन को मैनेज करने के लिए कोई दवा खाते हैं तो उनकी सही खुराक सही समय पर लें।
- सिरदर्द होने पर जितना हो सके उतनी देर तक आराम करें।
- अपना स्लीपिंग साइकिल अच्छा रखें। समय पर सोएं और समय पर जागें।
- सुबह देर तक सोने से बचें। देर तक सोने से बचें।
- सर्दियों में गुनगुने तेल से मालिश करने से भी सिरदर्द से राहत मिलती है।