
नक्सलियों के केंद्रीय समिति के प्रवक्ता अभय ने एक बार फिर से लेटर लिखकर शांतिवार्ता की अपील की है. इसके बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा का एक बार फिर से बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि हम नक्सलियों से बात करने के लिए तैयार हैं वह भी बिना शर्त.
डिप्टी सीएम ने पत्र के बारे में कहा कि पहले तो पत्र की प्रमाणिकता की जांच करनी होगी. सरकार बात करने को तैयार है, लेकिन हैदराबाद में कुछ व्यक्तियों और कुछ संस्थानों ने बैठक करके केंद्र और राज्य की सरकारों को क्या करना है इसका निर्देश करना शुरू कर दिया. ऐसे लोगों से कभी बात नहीं की जा सकती.

कहा कि जो लोग कभी बस्तर की पीड़ा में शामिल नहीं हुए, बस्तर के आदिवासियों की चिंगावरम, दरभागुढ़ा, एर्राबोर, मनीकोंटा, रानीबोदली, ताड़मेटला में नक्सलियों ने हत्या कर दी. जब झीरम में छत्तीसगढ़ का नेतृत्व समाप्त किया गया, तब जिन्होंने बस्तर और छत्तीसगढ़ के दर्द को महसूस न किया हो उनकी पहल पर कोई वार्ता संभव ही नहीं है.उन्होंने फिर स्पष्ट शब्दों में कहा कि नक्सलियों से जरूर बात की जा सकती है. दरअसल छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ कर्रेगुट्टा में बहुत बड़ा ऑपरेशन लांच हुआ था. इसके बाद नक्सल संगठन में दहशत में आ गया. खौफ में आए नक्सलियों ने महीने भर के अंदर पांचवीं बार शांतिवार्ता की पेशकश सरकार से कर दी.