राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ बुनकर समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाक़ात की।

राष्ट्रीय हथकरघा दिवस (7 अगस्त 2025) के अवसर पर छत्तीसगढ़ बुनकर समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में राज्य के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाक़ात की।

इस भेंट की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित रहीं:
🔹 मुख्यमंत्री से मुलाकात का उद्देश्य:
- राज्य में हथकरघा उद्योग की स्थिति, बुनकरों की समस्याओं और संभावनाओं पर सीधी चर्चा करना।
- पारंपरिक छत्तीसगढ़ी बुनाई कला के संरक्षण और नवाचार के लिए समर्थन माँगना।
- बुनकरों को तकनीकी प्रशिक्षण, विपणन सुविधा, और सरकारी योजनाओं से जोड़ने की माँग उठाना।
🔹 मुख्यमंत्री का वक्तव्य:
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा:
“छत्तीसगढ़ की हथकरघा परंपरा हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। हमारी सरकार बुनकरों के कल्याण और इस क्षेत्र के व्यापक विकास के लिए प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि –
- राज्य में बुनकर सहकारी समितियों को सशक्त किया जाएगा।
- नई डिज़ाइन तकनीक, आधुनिक उपकरण, और बाजार से जोड़ने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म की दिशा में कार्य किया जाएगा।
- बुनकरों के लिए विशेष ऋण योजनाएं, सब्सिडी, और कारिगरी प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे।
🔹 प्रतिनिधिमंडल की ओर से प्रमुख मुद्दे:
- हथकरघा उत्पादों की स्थायी बिक्री केंद्र (Permanent Sales Outlets) की स्थापना।
- हथकरघा मेलों में भागीदारी बढ़ाने के लिए राज्य स्तर पर प्रोत्साहन योजना।
- युवाओं को हथकरघा में जोड़ने हेतु वृत्ति उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम।
🔹 सांस्कृतिक प्रस्तुति:
इस अवसर पर बुनकर समाज के कलाकारों ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वस्त्रों की लघु प्रदर्शनी भी आयोजित की, जिसमें कोसा सिल्क, टसर और छत्तीसगढ़ी डिजाइन आधारित साड़ियाँ प्रस्तुत की गईं।
🔹 पृष्ठभूमि:
राष्ट्रीय हथकरघा दिवस हर साल 7 अगस्त को मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत 2015 में भारत सरकार द्वारा की गई थी — 1905 के स्वदेशी आंदोलन की याद में।