छत्तीसगढ़
राज्यपाल ने विजयादशमी पर्व की दी शुभकामनाएं

राज्यपाल श्री रमेन डेका ने विजयादशमी (दशहरा) के पावन पर्व पर प्रदेश की जनता को अपनी ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि दशहरा केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है बल्कि यह नैतिक और सामाजिक मूल्यों का प्रतीक भी है।
👉 मुख्य बातें जो राज्यपाल ने अपने संदेश में कही:
- अन्याय पर न्याय और असत्य पर सत्य की विजय: दशहरा भगवान श्रीराम की लंका विजय और रावण पर पराजय की स्मृति से जुड़ा हुआ है। यह उत्सव हमें याद दिलाता है कि अंततः बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, जीत हमेशा अच्छाई की ही होती है।
- आदर्शों और मूल्यों पर दृढ़ रहने की सीख: कठिनाइयाँ और चुनौतियाँ जीवन में आती हैं, लेकिन हमें अपने सिद्धांतों, आदर्शों और नैतिक मूल्यों से समझौता नहीं करना चाहिए।
- समाज में एकता, सद्भाव और शांति: राज्यपाल ने यह भी कहा कि इस पर्व के अवसर पर हमें सामाजिक समरसता, भाईचारे और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
- सत्य और सदाचार का महत्व: उन्होंने विशेष रूप से रेखांकित किया कि जो व्यक्ति सत्य, सदाचार और अच्छाई के मार्ग पर चलता है, उसकी विजय निश्चित होती है।

👉 पर्व का व्यापक संदेश:
दशहरा का पर्व केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह हर व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक मूल्यों को अपनाने और बुराइयों को त्यागने की प्रेरणा भी देता है। यह हमें यह विश्वास दिलाता है कि धैर्य, साहस और ईमानदारी के साथ कठिनाइयों का सामना किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है।