छत्तीसगढ़
राज्य में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया, जिनकी कुल लागत ₹14,260 करोड़ से अधिक है। इसमें सड़क, ऊर्जा, उद्योग, स्वास्थ्य जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर में ₹14,260 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें प्रमुख शामिल हैं —
- HPCL पेट्रोलियम ऑयल डिपो (रायपुर) – ₹460 करोड़ की लागत से बना, 54,000 KL भंडारण क्षमता।
- नागपुर–झारसुगुड़ा गैस पाइपलाइन – ₹1,950 करोड़ की लागत, 11 जिलों को नेशनल गैस ग्रिड से जोड़ेगी।
- ग्रीनफील्ड हाईवे (पथलगांव–कुंकुरी–झारखंड सीमा) – ₹3,150 करोड़, कोरबा–रायगढ़–जशपुर के औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ेगा।
- बिजली परियोजनाएँ – ₹3,750 करोड़ की लागत, 1,600 MW क्षमता वृद्धि व ग्रामीण बिजली सुधार (RDSS) कार्य।
- फार्मास्यूटिकल पार्क और स्मार्ट इंडस्ट्रियल एरिया (जांजगीर-चांपा, राजनांदगांव)।
- 5 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज – मनेंद्रगढ़, कबीरधाम, जांजगीर-चांपा, गीदम (दंतेवाड़ा), और आयुर्वेद कॉलेज बिलासपुर।
- प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) – 3.51 लाख घरों का गृहप्रवेश, ₹1,200 करोड़ की किश्त जारी।
नरेंद्र मोदी द्वारा नवा रायपुर (छत्तीसगढ़) में उद्घाटित एवं शिलान्यासित ₹14,260 करोड़+ की विकास-परियोजनाओं का विस्तृत विवरण,,,,
🛣️ प्रमुख परियोजनाएँ
| क्षेत्र | परियोजना विवरण | स्रोत |
|---|---|---|
| सड़क/संवहन | • चार-लेन ग्रीनफील्ड हाईवे: Pathalgaon–Kunkuri–Jharkhand Border Highway ≈ ₹3,150 करोड़। • अन्य NH अपग्रेडेशन: जैसे NH‑130D व NH‑130C (बस्तर/नारायणपुर क्षेत्र) में कार्य। | |
| ऊर्जा / गैस / तेल | • Hindustan Petroleum Corporation Limited (HPCL) रायपुर पेट्रोलियम ऑयल डिपो: ≈ ₹460 करोड़, 54,000 KL क्षमता; उसमें 10,000 KL ईथनॉल स्टोरेज भी। • गैस पाइपलाइन: Nagpur–Jharsuguda Natural Gas Pipeline (≈ ₹1,950 करोड़) — छत्तीसगढ़ के 11 जिलों को नेशनल गैस ग्रिड से जोड़ेगी। • विद्युत परियोजनाएँ: ≈ ₹3,750 करोड़, जिसमें इंटर-रीजनल इंटीर्प्रअक्शन (1,600 MW) तथा ट्रांसमिशन/सबस्टेशन काम शामिल। | |
| उद्योग / औद्योगिक क्षेत्र | • दो स्मार्ट-इंडस्ट्रियल एरिया (जांजगीर-चांपा, राजनांदगाँव) का शिलान्यास। • एक फार्मास्युटिकल पार्क (नवा रायपुर में) का शिलान्यास। | |
| स्वास्थ्य / शिक्षा / आवास | • पाँच नए सरकारी मेडिकल कॉलेज – स्थानों में मनेंद्रगढ़, कबीरधाम, जांजगीर-चांपा, गीदम (दंतेवाड़ा) शामिल। साथ आयुर्वेद कॉलेज-हॉस्पिटल बिलासपुर • ग्रामीण आवास: प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत ~3.51 लाख घरों गृह-प्रवेश; ₹1,200 करोड़ किश्त जारी। |

📌 क्यों यह महत्वपूर्ण है?
- इस पैकेज से छत्तीसगढ़ में सड़क-संवहन, ऊर्जा-सुरक्षा, उद्योग-विकास, स्वास्थ्य-सेवा, और आवास-सुविधाएँ एक साथ तेज गति से बढ़ेंगी।
- विशेष रूप से, गैस पाइपलाइन और पेट्रोलियम डिपो जैसी ऊर्जा-संबंधी परियोजनाएँ उर्जा-सुरक्षा व स्वच्छ-ऊर्जा पहल की दिशा में मानी जा सकती हैं।
- स्मार्ट इंडस्ट्रियल एरिया व फार्मास्युटिकल पार्क से औद्योगिक निवेश, नौकरी-सृजन, और उत्पादन-क्षमता बढ़ने की संभावना है।
- स्वास्थ्य-शिक्षा व आवास योजनाएँ सामाजिक-विकास के लिए मील का पत्थर हैं: स्वास्थ्य सुविधा वहां पहुँचाएगी जहाँ कम थी, आवास-परिवारों की स्थिति सुधरेगी।
- यह संपूर्ण पैकेज यह संकेत देता है कि छत्तीसगढ़ अब खान-खनिज निर्यात केंद्र से आगे बढ़कर एक विकसित राज्य/उद्योग राज्य बनने की दिशा में है — जैसा प्रधानमंत्री ने भाषण में कहा था कि “बीज बोए गए 25 वर्ष पूर्व अब वृक्ष बन गया है”।



