
रायपुर रेलवे स्टेशन पर कार पार्किंग क्षेत्र के साथ-साथ टू-व्हीलर पार्किंग भी साझा स्थानों पर हो सकती है। लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं हुआ है — जानकारी के अनुसार यातायात और पार्किंग व्यवस्थाएँ पूरी तरह से अलग और सुव्यवस्थित रह रही हैं।
वर्तमान स्थिति (स्थानीय स्रोतों के आधार पर)
- कार पार्किंग में ओटीपी सिस्टम: चार पहिया वाहनों के लिए अब एक ओटीपी आधारित पार्किंग सिस्टम लागू है, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है और विवादों की संभावना कम हुई है। यह सुविधा वर्तमान में केवल कारों तक ही सीमित है। (केवल कारें)
- पार्किंग व्यवस्था में विवाद और सुधार:
- आरंभ में, “नो-पार्किंग” क्षेत्रों में अनुचित शुल्क वसूलने संबंधी कई शिकायतें सामने आई थीं, जहाँ ठेकेदार के कर्मचारी यात्रियों से समय से पहले ही जुर्माना वसूलते थे। (दो-पहिया सहित)
- इन शिकायतों के चलते रेलवे ने पार्किंग ठेका रद्द कर दिया और ट्रैफिक पुलिस तथा आरपीएफ से मिलकर एक नए, संगठित पार्किंग व्यवस्था की योजना बनाई।
- नया पार्किंग ढांचा (Amrit Bharat योजना):
इस योजना के अंतर्गत रायपुर स्टेशन में पार्किंग की समग्र क्षमता बढ़ाई जा रही है—1422 दो-पहिया (बाइक), 419 चार-पहिया (कार), और 326 ऑटो के लिए विशेष स्थान बनाए जा रहे हैं। इन जगहों पर स्पष्ट रूप से अलग-अलग ज़ोन निर्धारित किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
- फिलहाल कार पार्किंग और टू-व्हीलर पार्किंग एक साथ नहीं हैं; दोनों के लिए निर्धारित और अलग पार्किंग ज़ोन बनाए गए हैं।
- हालांकि आपकी तस्वीरों में एक साझा क्षेत्र दिखाई दे रहा हो, यह संभवतः आतंक व्यवस्थागत भ्रम या अस्थायी शटडाउन की स्थिति हो सकती है।
- भविष्य में नए हाई-टेक ढांचे के तहत पारदर्शिता और बेहतर सुविधा के लिए अलग-अलग ज़ोन तैयार किए जा रहे हैं।
