
समस्या कहाँ और कब से?
- स्थान: ब्राम्हणपारा वार्ड (जोन-4, रायपुर नगर निगम) के लगभग 4 मोहल्ले।
- समय: करीब 4 महीने से लगातार पेयजल समस्या बनी हुई है।
- स्थिति:
- गर्मी के मौसम से लेकर जुलाई-अगस्त जैसे बरसाती महीनों तक नागरिकों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
- हालात ऐसे हैं कि लोग पार्षद अजय साहू से टैंकर की मांग कर रहे हैं।

नगर निगम के प्रयास अब तक
- गर्मी के मौसम से ही कई तरह के अलग-अलग प्रयोग किए गए ताकि पाइपलाइन से पानी सप्लाई में सुधार हो सके।
- लेकिन अब तक कोई स्थायी सफलता नहीं मिली।
- पाइपलाइन के भीतर अवरोध/लीकेज/जंग या अन्य तकनीकी समस्या को पहचानना कठिन रहा।
नया प्रयोग — रोबोटिक लेंस से जांच
- अब निगम ने पाइपलाइन के भीतर की वास्तविक स्थिति जानने के लिए रोबोटिक लेंस का उपयोग करने का फैसला किया है।
- यह तकनीक पाइपलाइन में कैमरे (रोबोटिक डिवाइस) डालकर यह पता लगाने में मदद करेगी कि:
- कहाँ अवरोध (चोक) है?
- कहीं पाइपलाइन टूटी/लीक तो नहीं है?
- जंग, सिल्ट या ठोस कचरा अंदर फंसा है क्या?
- इस तरह तकनीकी रूप से समस्या की सटीक लोकेशन और वजह सामने आएगी, ताकि मरम्मत आसान हो।
निगम और पार्षद के बयान
- निगम आयुक्त विश्वदीप:
- माना कि यह मोहल्ला नगर निगम के लिए लगातार चुनौती बना हुआ है।
- आश्वासन दिया कि जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
- वार्ड पार्षद अजय साहू:
- अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं की।
- कहा कि अगर समय पर प्रभावी कदम उठाए गए होते तो यह समस्या इतनी लंबी नहीं खिंचती।
बड़ा महत्व
- यह पहला मौका है जब रायपुर नगर निगम ने रोबोटिक लेंस तकनीक का इस्तेमाल पाइपलाइन की जांच में करने का निर्णय लिया है।
- अगर प्रयोग सफल रहा, तो आगे शहर के अन्य इलाकों में भी इसी तकनीक से जलापूर्ति समस्या का निदान किया जा सकता है।
- इससे पानी की बर्बादी (लीकेज) और अनियमित सप्लाई जैसी परेशानियों पर नियंत्रण मिलने की उम्मीद है।