
प्रभावी: 1 सितंबर 2025 से….
🚦 नियम क्या है?
- राजधानी रायपुर में अब अगर कोई बाइक/स्कूटर चालक हेलमेट पहने बिना पेट्रोल पंप पर जाएगा तो उसे पेट्रोल नहीं मिलेगा।
- यह आदेश ट्रैफिक पुलिस और पेट्रोल पंप एसोसिएशन की संयुक्त पहल से लागू किया गया है।

🎯 उद्देश्य
- सड़क हादसों में हेलमेट न पहनने से होने वाली मौतों और गंभीर चोटों को रोकना।
- हेलमेट पहनने को सिर्फ़ जुर्माना या चालान का डर नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा और सामाजिक आदत बनाना।
- सड़क सुरक्षा नियमों को और सख्ती से लागू करना।
🛵 नागरिकों पर असर
- पेट्रोल भरवाने से पहले हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा।
- हेलमेट न पहनने पर पेट्रोल पंप कर्मचारी सीधे मना कर देंगे।
- ट्रैफिक पुलिस की सख़्त निगरानी होगी — नियम तोड़ने पर चालान भी हो सकता है।
- इससे दोपहिया चालकों में अनुशासन और सुरक्षा जागरूकता बढ़ेगी।
⛽ पेट्रोल पंप कर्मचारियों की भूमिका
- सभी पेट्रोल पंपों पर यह नियम लागू करना ज़रूरी होगा।
- पंप मैनेजर और स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं कि बिना हेलमेट किसी को पेट्रोल न दें।
- अगर पंप पर नियम का उल्लंघन हुआ तो पंप मालिक पर भी कार्रवाई हो सकती है।
🚨 पहले ऐसे अभियान कहाँ-कहाँ चले?
- मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड जैसे राज्यों में समय-समय पर “नो हेलमेट – नो पेट्रोल” ड्राइव शुरू की गई है।
- लेकिन लगातार निगरानी और लोगों के सहयोग से ही यह लंबे समय तक चल पाता है।
- रायपुर में इसे स्थायी अभियान बनाने की योजना है।
👉 आम जनता के लिए संदेश
- हेलमेट अब सिर्फ़ कानूनी बाध्यता नहीं बल्कि जीवन की सुरक्षा कवच है।
- रायपुरवासियों को चाहिए कि इस नियम का पालन स्वेच्छा से करें।
- इससे दुर्घटनाओं में जान बचने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।