
- रविवार सुबह, रायपुर नगर निगम की टीम बुलडोजर के साथ वहां पहुंची और तोमर बंधुओं के भाठागांव स्थित कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया, जिसे कथित रूप से अवैध रूप से निर्मित बताया गया है (बिना नक्शा, अनुमति के) ।
- अधिकारी बताते हैं कि इसी दफ्तर से ब्लैकमेलिंग, सूदखोरी, और अवैध वसूली का कारोबार चलता था ।

🔍 मौके पर क्या मिला?
- कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज, अप्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक सामग्री (टीवी, एसी), सोफा, किचन सामान और मोबाइल फोन जब्त किए गए। इनकी मदद से आगे की जांच तेज़ की जा सकेगी।
👣 आरोप और पीछे की कहानी
- फरार हिस्ट्रीशीटर रोहित सिंह तोमर और वीरेंद्र सिंह तोमर पिछले लगभग दो महीने से फरार हैं। दोनों के खिलाफ रायपुर पुलिस द्वारा इनाम भी घोषित किया जा चुका है।
- आरोप है कि ये दोनों सूदखोरी करते थे — शुरुआत हुई थी एक व्यक्ति से ₹3 लाख कर्ज लेकर जगुआर कार गिरवी रखने से। उस पर हाई ब्याज वसूली भी शामिल रही, जिसकी जांच चल रही है ।
- बीते महीने वीरेंद्र की पत्नी भावना तोमर (भावना सिंह) को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस पर भी कर्ज और जमीन‑जायदाद के लेन‑देन में सहयोग करने का आरोप है ।
🗣️ अधिकारियों का बयान
- गृह मंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा: “सुशासन है तो सुदर्शन चक्र भी है। किसी मंत्री मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाने से कोई कानून से बड़ा नहीं हो जाता। अपराधी तोमर ने अनेक लोगों को पीड़ा पहुंचाई है। #जय_बुलडोजर”
- उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा (अरूण साव संभवतः) का भी बयान आया है कि: “आतंक का फन कुचलना मालूम है।”
जिससे यह साफ जाहिर है कि यह कार्रवाई अपराध के खिलाफ सख्त नीति की तर्ज़ पर की गई है।
📋 सारांश टेबल
बिंदु | विवरण |
---|---|
कार्रवाई की तारीख | रविवार, 27 जुलाई 2025 सुबह |
स्थान | तोमर बंधुओं का कार्यालय – भाठागांव, रायपुर |
कार्रवाई किसने की | रायपुर नगर निगम के बुलडोजर से सहयोगी पुलिस बल |
कारण | कार्यालय का अवैध निर्माण और अपराध/सूदखोरी का ठिकाना |
जब्त सामग्री | दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, फर्नीचर, मोबाइल फोन |
मुख्य आरोपी | रोहित सिंह तोमर और वीरेंद्र सिंह तोमर (दो महीने से फरार) |
गिरफ्तारी पूर्व | भावना तोमर (वीरेंद्र की पत्नी) को पहले गिरफ्तार किया गया था |
अधिकारी बयान | गृह मंत्री व उप मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई की निंदा की और समर्थन में पोस्ट किया |
निष्कर्ष
यह कार्रवाई रायपुर प्रशासन की अवैध निर्माण हटाने और अपराध‑नियंत्रण नीति के अंतर्गत की गई है, जिसमें ब्लैकमेलिंग और सूदखोरी से जुड़ा कारोबार संचालित करने वाले हिस्ट्रीशीटर के कार्यालय को निशाना बनाया गया। दस्तावेज़ और सामग्री जब्त करने से अब इस गिरोह के नेटवर्क की और पड़ताल संभव हो पाएगी।रविवार सुबह, रायपुर नगर निगम की टीम बुलडोजर के साथ वहां पहुंची और तोमर बंधुओं के भाठागांव स्थित कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया, जिसे कथित रूप से अवैध रूप से निर्मित बताया गया है (बिना नक्शा, अनुमति के) ।
अधिकारी बताते हैं कि इसी दफ्तर से ब्लैकमेलिंग, सूदखोरी, और अवैध वसूली का कारोबार चलता था
🔍 मौके पर क्या मिला?
- कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज, अप्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक सामग्री (टीवी, एसी), सोफा, किचन सामान और मोबाइल फोन जब्त किए गए। इनकी मदद से आगे की जांच तेज़ की जा सकेगी ।
👣 आरोप और पीछे की कहानी
- फरार हिस्ट्रीशीटर रोहित सिंह तोमर और वीरेंद्र सिंह तोमर पिछले लगभग दो महीने से फरार हैं। दोनों के खिलाफ रायपुर पुलिस द्वारा इनाम भी घोषित किया जा चुका है ।
- आरोप है कि ये दोनों सूदखोरी करते थे — शुरुआत हुई थी एक व्यक्ति से ₹3 लाख कर्ज लेकर जगुआर कार गिरवी रखने से। उस पर हाई ब्याज वसूली भी शामिल रही, जिसकी जांच चल रही है ।
- बीते महीने वीरेंद्र की पत्नी भावना तोमर (भावना सिंह) को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस पर भी कर्ज और जमीन‑जायदाद के लेन‑देन में सहयोग करने का आरोप है।
🗣️ अधिकारियों का बयान
- गृह मंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा: “सुशासन है तो सुदर्शन चक्र भी है। किसी मंत्री मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाने से कोई कानून से बड़ा नहीं हो जाता। अपराधी तोमर ने अनेक लोगों को पीड़ा पहुंचाई है। #जय_बुलडोजर”
- उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा (अरूण साव संभवतः) का भी बयान आया है कि: “आतंक का फन कुचलना मालूम है।”
जिससे यह साफ जाहिर है कि यह कार्रवाई अपराध के खिलाफ सख्त नीति की तर्ज़ पर की गई है।
📋 सारांश टेबल
बिंदु | विवरण |
---|---|
कार्रवाई की तारीख | रविवार, 27 जुलाई 2025 सुबह |
स्थान | तोमर बंधुओं का कार्यालय – भाठागांव, रायपुर |
कार्रवाई किसने की | रायपुर नगर निगम के बुलडोजर से सहयोगी पुलिस बल |
कारण | कार्यालय का अवैध निर्माण और अपराध/सूदखोरी का ठिकाना |
जब्त सामग्री | दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, फर्नीचर, मोबाइल फोन |
मुख्य आरोपी | रोहित सिंह तोमर और वीरेंद्र सिंह तोमर (दो महीने से फरार) |
गिरफ्तारी पूर्व | भावना तोमर (वीरेंद्र की पत्नी) को पहले गिरफ्तार किया गया था |
अधिकारी बयान | गृह मंत्री व उप मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई की निंदा की और समर्थन में पोस्ट किया |
निष्कर्ष
यह कार्रवाई रायपुर प्रशासन की अवैध निर्माण हटाने और अपराध‑नियंत्रण नीति के अंतर्गत की गई है, जिसमें ब्लैकमेलिंग और सूदखोरी से जुड़ा कारोबार संचालित करने वाले हिस्ट्रीशीटर के कार्यालय को निशाना बनाया गया। दस्तावेज़ और सामग्री जब्त करने से अब इस गिरोह के नेटवर्क की और पड़ताल संभव हो पाएगी।