दंतेवाड़ा में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला विश्व प्रसिद्ध फागुन मड़ई मेला…

दंतेवाड़ा l दंतेवाड़ा में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला विश्व प्रसिद्ध फागुन मड़ई मेला इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम से बनाया जा रहा है फागुन मेले में छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा के आसपास के क्षेत्र के अलावा उड़ीसा तेलंगाना क्षेत्र से भी लोग पहुंचे हुए हैं इस फागुन मेले में इन स्थानों की 1000 से अधिक देवी देवता भी शिरकत करते हैं फागुन में मेले की शुरुआत 5 मार्च से ही शुरू हो गई थी जो 15 मार्च को समाप्त होगी यह फागुन मेला होली का दहन के साथ-साथ होली पर्व के लिए भी विशेष माना जाता है दंतेवाड़ा में पिछले कई वर्षों से होली दंतेश्वरी मंदिर परिसर में विशेष होली मनाई जाती रही है इस होली के अवसर पर मेले का आयोजन भी किया जाता है जिसमें राज परिवार के भी सदस्य एवं राजा शामिल होते हैं.

फागुन मेले में 10 दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम
5 मार्च: प्रथम पालकी यात्रा और ताड़ फलंगा धोनी की रस्म
6 मार्च: खोर खुदनी
7 मार्च: नाच मांडणी
8 मार्च: लम्हामार
9 मार्च: कोडरिमार
10 मार्च: चितलमार
11 मार्च: गंवर मार
12 मार्च: बड़ा मेला
13 मार्च: आंवरामार
14 मार्च: रंग भंग पादुका पूजन की रस्म
15 मार्च: आमंत्रित देवी-देवताओं की विदाई के साथ समापन
बुधवार को बड़ा मेला आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक शामिल हो रहे हैं। इस अवसर पर दंतेवाड़ा नगर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक नृत्य और पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया है। बस्तर राज परिवार के सदस्य कमलचन्द्र भंजदेव भी इस मेले में शामिल होकर नगर का भ्रमण करेंगे।
फागुन मड़ई मेले में स्थानीय आदिवासी संस्कृति, परंपराएं और धार्मिक आस्थाओं का अनूठा संगम देखने को मिलता है, जो इसे विशेष बनाता है।