प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी 1 नवंबर को होने वाले राज्योत्सव दौरे से पहले कांग्रेस ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखे सवाल दागे हैं।

छत्तीसगढ़ की राजनीतिक सियासत से जुड़ा है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी 1 नवंबर को होने वाले राज्योत्सव दौरे से पहले कांग्रेस ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखे सवाल दागे हैं। आइए इसे विस्तृत रूप में समझते हैं 👇
📰 पृष्ठभूमि : पीएम मोदी का रायपुर दौरा
1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रायपुर आने वाले हैं।
यह दौरा राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है क्योंकि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद यह मोदी का पहला बड़ा दौरा होगा।
इससे पहले कांग्रेस ने इस मौके को भुनाने की कोशिश करते हुए सरकार पर सीधा हमला बोला है।

🗣️ कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस — 21 सवालों की सूची
प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री मोदी से 21 सवाल पूछे और कहा कि “मोदी की गारंटी अब दम तोड़ चुकी है।”
इन सवालों में रोजगार, किसानों की स्थिति, कानून-व्यवस्था, महिलाओं की योजनाएं, बिजली, शिक्षा और केंद्र-राज्य संबंध जैसे मुद्दे शामिल हैं।
🔹 मुख्य मुद्दे जिन पर कांग्रेस ने सवाल उठाए:
- रोजगार:
- 1 लाख नौकरियों का वादा किया था, लेकिन 40 हजार भी नहीं मिलीं।
- संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण अब तक क्यों नहीं हुआ?
- महिलाएं और कल्याण योजनाएं:
- “महतारी वंदन” के तहत हर विवाहित महिला को ₹1000 प्रतिमाह देने का वादा अधूरा।
- ₹500 में सिलेंडर देने का वादा भी पूरा नहीं।
- कानून-व्यवस्था:
- हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं बढ़ीं।
- ड्रग्स और बांग्लादेशी घुसपैठ पर नियंत्रण क्यों नहीं?
- कृषि:
- सोसाइटियों में धान का उठाव नहीं हो रहा।
- यूरिया और DAP की किल्लत क्यों?
- चावल खरीद में केंद्र की भूमिका पर सवाल।
- शिक्षा और स्वास्थ्य:
- 10,000 से अधिक स्कूल बंद क्यों हुए?
- रायपुर मेडिकल कॉलेज में एक ही बेड पर दो प्रसूताएं क्यों?
- बिजली और विकास योजनाएं:
- आधा बिजली बिल योजना बंद कर दाम 4 गुना क्यों बढ़ाए?
- बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली और छत्तीसगढ़ में नहीं — क्यों?
- बस्तर और खनिज संसाधन:
- नगरनार इस्पात संयंत्र का विनिवेश क्यों?
- एनएमडीसी मुख्यालय बस्तर में कब खुलेगा?
- बस्तर के संसाधनों को निजी कंपनियों को क्यों सौंपा जा रहा?
- केंद्र की योजनाएं:
- पीएम आवास योजना के कितने आवास वास्तव में बने?
- बाढ़ राहत पैकेज क्यों नहीं दिया गया?
- राष्ट्रीय वादे:
- 2 करोड़ नौकरियों और 15 लाख रुपये वाले वादे का क्या हुआ?
⚔️ भाजपा पर सीधा हमला
दीपक बैज ने डिप्टी सीएम विजय शर्मा के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था, “कांग्रेस दिल्ली से नहीं, इटली से चलने वाली पार्टी है।”
बैज का जवाब था —
“भाजपा में मुख्यमंत्री तक पर्ची से बनते हैं। दिल्ली से आदेश आता है, वे अपने मनपसंद मंत्री भी नहीं चुन पाते।”
🔸 घुसपैठियों पर पलटवार
बैज ने कहा —
“आप गृह मंत्री हैं, आपके पास सारे अधिकार हैं। अगर पाकिस्तान से ड्रग्स और बांग्लादेशी घुसपैठिए आ रहे हैं, तो कार्रवाई कौन करेगा? हम नहीं, आप की जिम्मेदारी है।”
🎭 राज्योत्सव में बाहरी कलाकारों पर विवाद
कांग्रेस ने यह भी मुद्दा उठाया कि राज्योत्सव में “बाहरी कलाकारों को बुलाया जा रहा है,” जबकि स्थानीय कलाकारों को बराबर मंच और सम्मान नहीं मिल रहा।
बैज ने कहा,
“स्थानीय कलाकारों को भी बाहरी कलाकारों जितना ही सम्मान मिलना चाहिए।”
✍️ ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान जारी
- कांग्रेस ने राज्यभर में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है।
- दावा किया जा रहा है कि 10–12 लाख लोगों के हस्ताक्षर फॉर्म एकत्र कर AICC और चुनाव आयोग को भेजे जाएंगे।
- बैज ने कहा कि जनता यह पूछ रही है कि राहुल गांधी से हलफनामा मांगने वाले आयोग क्या भाजपा के नेताओं से भी सवाल पूछेंगे?
🧩 राजनीतिक मायने
यह पूरा विवाद राज्योत्सव से ठीक पहले कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति को दिखाता है:
दोनों पार्टियां अब 2026 के स्थानीय चुनावों और संगठन सुदृढ़ीकरण की दिशा में मैदान तैयार कर रही हैं।
कांग्रेस केंद्र की “मोदी गारंटी” को “झूठी गारंटी” बताने में जुटी है।
वहीं भाजपा इस दौरे को विकास और विश्वास के उत्सव के रूप में पेश करने की कोशिश करेगी।



