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Mahindra & Mahindra का बड़ा कदम — नई 7-सीटर इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च…

महिंद्रा ने आज अपनी नई इलेक्ट्रिक SUV — Mahindra XEV 9S — लॉन्च कर दी है। इसे 7-सीटर EV के रूप में पेश किया गया है।
कंपनी का लक्ष्य है कि इस वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंत तक EV बिक्री बढ़ाकर हर महीने लगभग 7,000 यूनिट्स तक ले जाए। इसके लिए उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा रही है।
Mahindra का ये कदम बताता है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) का दायरा अब निजी-SUV (7-सीटर, फैमिली-कार) तक बढ़ रहा है — न कि सिर्फ 2/4 सीट वाले छोटे EVs तक।

क्या है XEV 9S — मुख्य ख़ासियतें
- XEV 9S भारत की पहली “गैरे जनरेटेड (ground-up) 7-सीटर इलेक्ट्रिक SUV” है जिसे पूरी तरह EV प्लेटफार्म (INGLO platform) पर डिज़ाइन किया गया है.
- इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत ₹ 19.95 लाख रखी गई है।
- XEV 9S में तीन बैटरी विकल्प मिलते हैं: 59 kWh, 70 kWh और 79 kWh।
- पावर/परफॉरमेंस: अधिकतम पावर लगभग 210 kW (लगभग 286 PS), टॉर्क 380 Nm। 0–100 किमी/घंटा की गति लगभग 7.0 सेकंड — मतलब यह SUV इलेक्ट्रिक होने के साथ ड्राइविंग-परफॉरमेंस देती है।
- रेंज (दावा): अगर अच्छे बैटरी वेरिएंट के साथ हो, तो रेंज लगभग 500 किमी+ मिल सकती है।
- अन्य फीचर्स: प्रीमियम केबिन और स्पेस, तीन पंक्ति (7 सिट), बूट स्पेस व फ्रंक-स्पेस, पैनोरमिक सनरूफ, हाईटेक केबिन (मल्टी-स्क्रीन/डिजिटल), आदि — इसने इसे “फैमिली + लक्ज़री + EV” तीनों का संयोजन बना दिया है।
🎯 भारत में इसका मतलब — EV मार्केट के लिए क्यों अहम
- अब तक भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ ज़्यादातर 2–4 सीट वाली छोटी-मध्यम होती थीं — यानी सिंगल पर्सन या छोटे परिवार के लिए। XEV 9S के साथ EVs का दायरा फैमिली-कार / 7-सीटर SUV तक बढ़ा है।
- यह SUV अगर सफल रही — तो EVs केवल “शहर वालों” या “कम्यूटर EVs” तक सीमित नहीं रहेंगे; बड़े परिवारों, सुविधाओं-मय SUV चाहने वालों को भी EV देना संभव होगा।
- कीमत (₹ 19.95 लाख से शुरू) को देखते हुए — यह एक “परिचालन-योग्य, वर्केबल, बजट-सापेक्ष EV SUV” हो सकती है — यानी सिर्फ ब्रांड-निशानदार नहीं। इससे EV अपनाने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
- EV-इन्फ्रास्ट्रक्चर, चार्जिंग नेटवर्क और ग्राहक स्वीकृति के दृष्टिकोण से — अगर इस तरह की SUV आम हो गई — तो इलेक्ट्रिक गाड़ियों की स्वीकार्यता और तेज़ हो सकती है।
⚠️ ध्यान में रखने वाली बातें / चुनौतियाँ
- अभी चार्जिंग नेटवर्क हर जगह मजबूत नहीं है — अगर आप शहर से बाहर जाते हैं या गाड़ियों को रोज़ लंबी दूरी तय करनी है, तो चार्जिंग सुविधा, बैटरी-रेंज आदि देखना ज़रूरी है।
- EV होने की वजह से कम परिचालन लागत (फ्यूल/रख-रखाव) होगी, लेकिन प्रारंभिक कीमत + बैटरी वेरिएंट से तुलना करनी होगी।
- “प्रदर्शन vs वास्तविक उपयोग (real-world range / व्यावहारिक स्थिति)” — EVs में यह फर्क रहता है। जितना कार कंपनी दावा करती है, हर मायने में उतनी रेंज मिले, यह देखना होगा।



