छत्तीसगढ़
महतारी वंदन योजना : 20वीं किस्त …

1) आज का कार्यक्रम
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज जगदलपुर (बस्तर) में आयोजित मंचीय कार्यक्रम से महतारी वंदन योजना की 20वीं किस्त जारी करेंगे।
- उनके साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य सरकार के मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
- इस अवसर पर लाखों महिलाएँ सीधे तौर पर लाभान्वित होंगी और इसे बस्तर दशहरा जैसे बड़े सांस्कृतिक मंच से जोड़कर और प्रतीकात्मक बनाया गया है।

2) किस्त में कितना लाभ?
- 20वीं किस्त में ₹606.94 करोड़ की राशि 65 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में DBT (Direct Benefit Transfer) के ज़रिए पहुँचेगी।
- इससे पहले 19 किस्तों में कुल ₹12,376 करोड़ वितरित किए जा चुके हैं।
- इस नई किस्त के साथ कुल भुगतान ₹12,983 करोड़ से अधिक हो जाएगा।
- यह योजना मासिक ₹1,000 नकद सहायता पर आधारित है, जिसे सीधे महिलाओं के बैंक खाते में जमा किया जाता है।
3) योजना की पृष्ठभूमि
- महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य है —
- महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण,
- गृह-स्तर पर आत्मनिर्भरता,
- परिवार में महिला की निर्णायक भूमिका को मज़बूत करना।
- योजना का लाभ विशेषकर ग्रामीण, पिछड़े और गरीब परिवारों की महिलाओं को मिलता है।
4) अब तक का असर
- 65 लाख से ज़्यादा महिलाओं को लगातार हर महीने नकद राशि मिल रही है, जिससे
- परिवार की दैनिक ज़रूरतों की पूर्ति होती है,
- छोटे स्तर पर घरेलू निवेश/बचत की संभावना बढ़ी है,
- महिलाओं की बैंकिंग और डिजिटल वित्तीय प्रणाली से सीधी भागीदारी बढ़ी है।
- ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में इसका आर्थिक असर साफ दिख रहा है — स्थानीय बाज़ारों में क्रय शक्ति बढ़ी है और महिलाएँ खुद को आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र महसूस कर रही हैं।
5) आज की किस्त का प्रतीकात्मक महत्व
- यह 20वीं किस्त केवल वित्तीय ट्रांसफर नहीं, बल्कि इस योजना की निरंतरता और स्थायित्व का संदेश भी देती है।
- बस्तर में इस किस्त का शुभारंभ करना आदिवासी और ग्रामीण महिलाओं तक सीधे संदेश पहुँचाने का प्रयास है।
- अमित शाह का इस वितरण को लॉन्च करना यह भी दर्शाता है कि केंद्र सरकार इसे महिला-सशक्तिकरण के राष्ट्रीय मॉडल की तरह प्रस्तुत कर रही है।
📌 संक्षेप में:
आज जारी होने वाली 20वीं किस्त के बाद महतारी वंदन योजना का वित्तीय आकार ₹12,983 करोड़+ हो जाएगा। इससे 65 लाख से अधिक महिलाओं को सीधा लाभ होगा। यह योजना छत्तीसगढ़ में महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता और परिवार-समाज में निर्णायक स्थान देने की दिशा में एक बड़ा और लगातार चलने वाला प्रयास है।