एल&टी के चेयरमैन की मजदूर वाली बयान की काफी चर्चा हुई, 90 घंटे काम के बाद भी अब मजदूर वाले बयान, चलिए जानते हैं क्या बोल दिया…

कारोबार l एक बार फिर अपनी बयान के कारण एलएंडटी के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यम सुर्खियों में छाए हुए हैं, उनका कहना है कि कंस्ट्रक्शन वर्कर अब घर से दूर नहीं जाना चाहते क्योंकि उन्हें वेलफेयर स्कीम का फायदा मिल रहा है ,वह पहले भी रविवार को कम करने वाले अपने बयान के लिए काफी चर्चा में आए थे.
एसएन सुब्रमण्यमलार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन है ,वह अपने बयान के कारण सुर्खियों में छाए हुए हैं ,इस बार उन्होंने सरकारी स्कीमों का जिक्र करते हुए कुछ ऐसा कहा की चर्चा गरमा गई ,चेन्नई में मंगलवार को सुब्रमण्यम ने कहा कि वेलफेयर स्कीमों की वजह से कंस्ट्रक्शन लेबर काम करने से बचने लगी है ,साउथ ग्लोबल लीकेज समिट में उन्होंने कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री मजदूरों की कमी पर चिंता व्यक्त किया.
एसएन सुब्रमण्यम ने कंस्ट्रक्शन के काम के लिए मजदूर की कमी पर चिंता व्यक्त की ,उन्होंने कहा कंस्ट्रक्शन के काम के लिए आजकल मजदूर पलायन करने के लिए तैयार नहीं होते, क्योंकि वह अपने घरों से दूर नहीं जाना चाहते, उन्होंने आगे कहां की मनरेगा जैसी स्कीम या फिर जनधन आदि अलग-अलग वेलफेयर स्कीमों के कारण मिलने वाले सीधे फायदा की वजह से कंस्ट्रक्शन वर्कर की कमी चिंता का विषय बनी हुई है ,कंस्ट्रक्शन वर्कर अपने घर से दूर रहकर काम करने से इनकार करते हैं वेलफेयर स्कीमों की वजह से वह कहीं बाहर जाकर काम करने से मना करते हैं.

पिछले महीने सुब्रमण्यम जी ने एक बयान दिया था ,जिसकी वजह से वह चर्चा में थे ,उनके कर्मचारी रविवार को भी कम करें उन्होंने कहा था ”आप घर पर बैठकर क्या करते हैं आप कितनी देर तक अपनी पत्नी को देख सकते हैं चलिए ऑफिस आये और काम कीजिए” इस बयान के कारण भी सुब्रमण्यम साहब बड़े चर्चा में थे.
उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन वर्कर की कमी भारत के बुनियादी ढांचे के निर्माण पर असर पड़ेगा ,सुब्रमण्यम ने यह भी कहा कि भारत को माइग्रेशन की अजीबोगरीब समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जहां L&T को 4 लाख कर्मचारियों की जरूरत है लेकिन उसे 16 लाख लोगों की भर्ती करना पड़ रहा है, उन्होंने इन्फ्लेशन के अनुरूप श्रमिकों के लिए वेतन में संशोधन की जरूरत पर भी जोड़ दिया.