
नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025 — आजादी की 79वीं सालगिरह पर लालकिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 103 मिनट लंबे भाषण में देश की सुरक्षा, विकास और भविष्य की रूपरेखा को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। भाषण का सबसे अहम हिस्सा था ‘मिशन सुदर्शन चक्र’ का ऐलान, जो भारत की रक्षा क्षमता में एक बड़ा बदलाव लाने वाला है।

आतंकवाद पर सख्त संदेश
- पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि अगर दुश्मनों ने कोई हरकत की, तो सेना चुप नहीं बैठेगी।
- “हम मुंहतोड़ जवाब देंगे”—इस संदेश के साथ उन्होंने आतंकियों और उनके आकाओं को चेतावनी दी।
‘मिशन सुदर्शन चक्र’ क्या है?
- भगवान श्रीकृष्ण से प्रेरित सुरक्षात्मक चक्र की अवधारणा।
- एक अत्याधुनिक वेपन सिस्टम, जो दुश्मन के किसी भी हमले को तुरंत नाकाम कर देगा।
- सामरिक और सिविलियन क्षेत्र दोनों की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया जाएगा।
- 2025 तक अस्पताल, रेलवे स्टेशन, आस्था के केंद्र, महत्वपूर्ण सरकारी संस्थान जैसी जगहों को तकनीकी सुरक्षा कवच से लैस किया जाएगा।
- मिशन का लक्ष्य है कि देश का हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे।
तकनीक और भविष्य की रणनीति
- पीएम ने कहा कि आधुनिक टेक्नोलॉजी का अधिकतम इस्तेमाल करते हुए इस मिशन को अगले दस साल में पूरी तरह लागू किया जाएगा।
- यह सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेंसर नेटवर्क, ड्रोन-डिफेंस और मिसाइल-इंटरसेप्शन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा।
- मिशन के तहत रक्षा अनुसंधान संस्थानों, स्टार्टअप्स और निजी क्षेत्र को भी जोड़ा जाएगा।
अन्य प्रमुख घोषणाएँ
- प्रधानमंत्री विकसित भारत योजना की शुरुआत — देशभर में बुनियादी ढांचे और विकास कार्यों को गति देने का संकल्प।
- किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए अलग-अलग नई योजनाओं का संकेत, जिनकी डिटेल आगे दी जाएगी।
📌 संदेश स्पष्ट: भारत न सिर्फ अपनी सीमाओं की रक्षा करेगा, बल्कि किसी भी आतंकी या दुश्मन के हमले का तुरंत और निर्णायक जवाब देगा।