कोरबा जेल से चार कैदी तेज़ी से फरार—25 फीट दीवार फांदने में लगे मात्र 15 मिनट..

कोरबा जिला जेल से चार कैदियों ने करीब 25‑25 फीट ऊंची दीवार को फांदकर मात्र 15 मिनट में फरारी हासिल कर ली है। घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई जिसकी सूचना पर प्रशासन में अफरातफरी मच गई। वर्तमान में व्यापक जांच जारी है।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला जेल से तीन अगस्त, 2025 को चार कैदी बड़ी चपलता के साथ फरार हो गए। चलिए इस घटना का विस्तार से विश्लेषण करते हैं:

🚨 मुख्य घटना
- चार युवा undertrial कैदी, जिनपर बलात्कार और POCSO एक्ट (बच्चों के यौन उत्पीड़न विरोधी कानून) के तहत मुकदमे चल रहे थे, उन्होंने जिला जेल की लगभग 25 फीट ऊँची दीवार को फांदकर मात्र 15 मिनट में चकमा देकर फरारी हासिल की। इस चौंकाने वाली घटना का वीडियो सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया।
🕒 घटना का समय और तरीका
- सूचना के अनुसार घटना दोपहर 3:30 PM के आसपास हुई, जब जेल में बिजली व्यवस्था बाधित थी।
- कैदियों ने रॉड और गमछा का सहारा लेकर दीवार पर चढ़ाई की और एक-एक करके उछलकर निकल गए। ये सब करीब 15 मिनट की अवधि में किया गया।
🕵️ कैदियों की पहचान और स्थिति
- फरार कैदियों के नाम हैं:
- दशरथ सिदार (19) – सिविल लाइन थाना क्षेत्र, कोरबा जिला
- चंद्रशेखर राठिया (20) – रायगढ़ जिला
- राजा कंवर (22) – कोरबा जिला
- सरना उर्फ सिंकू (26) – कोरबा जिला
- इन सभी पर बलात्कार तथा POCSO कानून के तहत मुकदमा चल रहा था।
🚓 प्रशासन की प्रतिक्रिया व जांच
- घटना की सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना, एएसपी नीतिश ठाकुर, और क्षेत्रीय पुलिस टीम सक्रिय हो गई।
- फोटो और वीडियो वायरल कर दी गई, तथा संभावित पते‑ठिकाने पर छापेमारी अभियान तेज़ कर दिया गया।
- जेल सुरक्षा में गंभीर चूक स्वीकारते हुए अंदरूनी जांच शुरू की गई।
🧠 सुरक्षा संबंधी प्रश्न
- क्या यह एक सुनियोजित संगठित फरारी योजना थी?
- जेल के बिजली बंद होने पर निगरानी बंद कैसे हुई?
- क्या CCTV प्रणाली में फ़ालतू छूट थीं, या सिस्टम पुराना व खराब था?
- कैदियों को जेल परिसर में अमानवीय ढंग से तैनात गार्ड या योग्य मानकों से नीचे का सुरक्षा उपाय मिल रहा था?
इन सब पर सवाल प्रशासन और कानून व्यवस्था की जवाबदेही की ओर संकेत करते हैं।
📋 सारांश सारणी
विशेषता | विवरण |
---|---|
कैदियों की संख्या | चार |
आरोप | बलात्कार एवं POCSO एक्ट मामलों में अंडरट्रायल |
फरारी का तरीका | 25 फीट ऊँची दीवार फांदकर, रॉड व गमछे का सहारा |
समय | लगभग 15 मिनट, दोपहर 3:30 बजे |
प्रतिक्रिया | पुलिस तेज़ी से सक्रिय; CCTV फुटेज, छापामारी, जांच जारी |
महत्व | जेल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न; प्रशासन की जवाबदेही |
✅ निष्कर्ष
इस घटना ने छत्तीसगढ़ की पुलिस और जेल प्रशासन की संरचनात्मक कमियों को उजागर किया है। चार गंभीर आरोप वाले कैदी मात्र 15 मिनट में और दीवार फांदकर कैसे बाहर आ गए, यह सिस्टम की अशुद्धियों और निगरानी की कमजोरियों का संकेत है। पुलिस फिलहाल उन्हें पकड़ने एवं घटना की तह तक पहुँचने के लिए प्रयासरत है।