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खैरागढ़ महोत्सव 2025 : आज अंतिम दिन, समापन पर सजेगा संगीत और सांस्कृतिक रंगों का भव्य संगम

खैरागढ़ महोत्सव 2025 आज अपने समापन दिवस में प्रवेश कर गया है। देश–विदेश से आए कलाकार अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों के माध्यम से खैरागढ़ की धरती को फिर एक बार संगीत, कला और संस्कृति के स्वर्णिम रंगों से सराबोर करने के लिए तैयार हैं। अंतिम दिन होने के कारण दर्शकों में खास उत्साह देखा जा रहा है और पूरा माहौल सांस्कृतिक उमंग से भरा हुआ है।
महोत्सव के आयोजकों के अनुसार, समापन समारोह में कई महत्वपूर्ण प्रस्तुतियाँ होंगी, जिनमें शास्त्रीय संगीत, लोकनृत्य, वादन कला और फ्यूज़न परफॉर्मेंस शामिल होंगी।

उद्घाटन दिवस की मनमोहक झलकियाँ
उद्घाटन समारोह में कई नामचीन कलाकारों ने मंच को अपनी कला से रोशन किया। इनमें प्रमुख रूप से शामिल रहे—
🎼 प्रो. बेंजामिन बून (अमेरिका) और कुलपति प्रो. लवली शर्मा की जुगलबंदी
- खैरागढ़ के मंच पर अमेरिका के प्रसिद्ध संगीतकार प्रो. बेंजामिन बून और इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. लवली शर्मा की अद्वितीय संगीत जुगलबंदी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- दोनों कलाकारों की प्रस्तुति भारतीय और पाश्चात्य संगीत का एक अद्भुत संगम थी, जिसने महोत्सव की शुरुआत को ऐतिहासिक बना दिया।
🥁 तबला वादन – पं. गौरीशंकर कर्मकार
- तबला वादक पंडित गौरीशंकर कर्मकार ने अपनी गति और लय की अद्भुत पकड़ से माहौल को ऊर्जा से भर दिया।
- उनके तबला एकल ने श्रोताओं की तालियाँ बटोरीं और पूरे पंडाल में संगीत की गूंज छा गई।
🎤 वृंदावन की गायिका – विदुषी आस्था गोस्वामी
- वृंदावन से आईं विदुषी आस्था गोस्वामी ने भक्ति-रस से परिपूर्ण अपनी गायकी के माध्यम से श्रोताओं को एक दिव्य अनुभूति कराई।
- उनकी प्रस्तुति में राग, भाव और भक्ति का संतुलन दर्शकों को आध्यात्मिक रस में डूबो गया।
💃 सोनहा बदर समूह की प्रस्तुति
- सोनहा बदर समूह ने छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति को मंच पर जीवंत किया।
- पारंपरिक वाद्ययंत्र, रंग-बिरंगे परिधान और जोशीली नृत्य-शैली ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
आज के समापन दिवस पर क्या खास होगा?
- देश–विदेश से आए कलाकारों की विशेष प्रस्तुतियाँ
- शास्त्रीय संगीत, लोकनृत्य, आधुनिक फ्यूज़न, नाट्य और समूह वादन का अनूठा प्रदर्शन
- समापन समारोह में कला–संस्कृति का सर्वोत्तम प्रदर्शन
- दर्शकों और कलाकारों के बीच अद्भुत सांस्कृतिक संवाद
- पूरे शहर में उत्सव जैसे माहौल का चरम



