छत्तीसगढ़
डिप्टी सीएम अरुण साव बोले — DG-IG कॉन्फ्रेंस में नक्सलवाद पर विस्तार से होगी चर्चा; साथ ही गुलाब कमरो के SIR फार्म न भरने पर भी दी प्रतिक्रिया

✅ क्या कहे अरुण साव
- उन्होंने कहा कि इस वर्ष DGP‑IG Conference की शुरुआत छत्तीसगढ़ में हो चुकी है, और इसमें नक्सलवाद पर “विस्तृत चर्चा” होगी।
- उनके मुताबिक, नक्सलवाद प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा व विकास में सबसे बड़ा अवरोध रहा है।
- उन्होंने यह दावा किया कि दृढ़ इच्छाशक्ति और सरकार की संकल्प शक्ति के कारण अब नक्सलवाद सीमित जिलों तक सिमट गया है।
- कहा कि वर्तमान सरकार (विष्णुदेव साय सरकार) “डबल इंजन + डबल स्पीड” से नक्सल उन्मूलन में लगी है — और नक्सलवाद अब “समाप्ति की कगार” पर है।
🗳️ SIR फार्म — गुलाब कमरो मामला
- पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने अपना SIR फार्म नहीं भरा।
- इस पर अरुण साव ने कहा कि मतदाता सूची बनाने की एक निर्धारित प्रक्रिया है, और अभी प्रारंभिक मतदाता सूची का प्रकाशन होना है। इसमें कई “दावा और आपत्तियां” होंगी।
- उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से यह संकेत दिया कि SIR-प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और निर्धारित समय-सीमा के अनुसार हो रही है।
🛡️ DG-IG कॉन्फ्रेंस का महत्व
- इस कॉन्फ्रेंस में देश भर के डीजी और आईजी अधिकारी शामिल होंगे।
- इसमें नक्सलवाद, आतंरिक सुरक्षा, बॉर्डर सुरक्षा, माओवादी/बाँड अपराध, स्मगलिंग आदि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर रणनीति तय की जाएगी।
- इसलिए — जैसा कि अरुण साव ने कहा — इस सम्मेलन को नक्सल उन्मूलन अभियान के लिए “गढ़ी हुई नींव” के रूप में देखा जा रहा है।
⚠️ पृष्ठभूमि व सियासी विवाद
- SIR प्रक्रिया और उसके दायरे को लेकर विपक्षियों ने सवाल उठाए हैं। कह रहे हैं कि यह सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि मतदाता सुरक्षा से जुड़ा संवेदनशील मसला है।
- पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने खुद “तकनीकी गड़बड़ी” का आरोप लगाया है — उनका कहना है कि उनका नाम गलत तरीके से दर्ज हुआ
- विपक्षी दलों का कहना है कि अगर एक पूर्व विधायक ही SIR-फार्म नहीं भर पाया, तो आम नागरिकों की मतदाता सूची कितनी सुरक्षित होगी — इस सवाल को उन्होंने गंभीरता से उ


