झाबुआ में पंच सरपंच सम्मेलन सम्पन्न।

प्रदेश में नदियों के उद्गम स्थलों का हो संरक्षण,
झाबुआ के इंजीनियरिंग कॉलेज में पंच सरपंच सम्मेलन संपन्न हुआ।इस दौरान कैबिनेट मंत्री पंचायत विभाग प्रहलाद सिंह पटेल का स्वागत मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया द्वारा किया।जिले की सांस्कृतिक विरासत झुलडी,साफा,तीर कमान और गुड़िया भेंट किए
पंच सरपंच सम्मेलन में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा हैं।इस दौरान खेत तालाब,

अमृत सरोवरों एवं अन्य जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण के साथ पुरानी संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान दूरगामी और तत्वरित रूप से परिणाम दिए जाने साथ ही मानसून के पूर्व जल संरचनाओं को तैयार किए जाने के उद्देश्य से किया जा रहा हैं।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को नदियों का मायका कहा जाता है नदियों के उद्गम का भ्रमण कर विकसित कर रहे है,वही बड़ी नदियों के संरक्षण के साथ छोटी नदियों का भी संरक्षण आवश्यक हैं।इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री ने पौधारोपण को लेकर भी जोर दिया।
उन्होंने सरपंचों से आग्रह करते हुए कहा कि गांधी की ग्राम स्वराज की अवधारणा में आवश्यक है कि ग्राम पंचायत आत्मनिर्भर बने,इसको लेकर योजना तैयार करे।

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायत सरपंचों से प्रधानमंत्री आवास योजना,जल गंगा संवर्धन अभियान,जिले में पेसा एक्ट के तहत की गई गतिविधियों और ग्रामीण विकास की अवधारणा के बारे चर्चा की।वही कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सरपंचों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस दौरान कलेक्टर नेहा मीना,पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल,सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र सिंह चौहान एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।