आईटी कंपनी विप्रो के शेयरों पर कम कर दिया टारगेट प्राइस….
कारोबार l आईटी कंपनी विप्रो के शेयरों पर इंटरनेशनल ब्रोकरेज हाउस CLSA ने डाउनग्रेड कर दिया है. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने शेयर को होल्ड करने की सलाह दी है लेकिन प्राइस टारगेट कम कर दिया है. सीएलएसए से डाउनग्रेड रेटिंग मिलने के बाद विप्रो लिमिटेड के शेयरों में आज शुरुआती कारोबार में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. हालांकि, अब शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है.
हांगकांग स्थित ब्रोकरेज फर्म CLSA ने विप्रो के शेयरों की रेटिंग घटाकर उस ‘होल्ड’ करने की राय दी है. ब्रोकरेज हाउस ने टारगेट प्राइस घटाकर 303 रुपये प्रति शेयर कर दिया है. ब्रोकरेज ने कहा, हालिया बेहतर प्रदर्शन के बाद स्टॉक को डाउनग्रेड किया गया है. फिलहाल शेयर का भाव 301 रुपये है.
सीएलएसए ने विप्रो लिमिटेड के शेयरों को डाउनग्रेड करने की वजह भी बताई है. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि तीसरी तिमाही में विप्रो की सीसी ग्रोथ कम रहेगी. इसके अलावा, 2024 में, विप्रो की आय में एक प्रतिशत की गिरावट देखी गई. ब्रोकरेज ने कहा कि विप्रो के लिए री-रेटिंग का अगला चरण तभी शुरू होगा जब तक कि वह अपनी साथी आईटी कंपनियों के साथ आगे बढ़ना शुरू कर दे.
इससे पहले सीएलएसए ने 1 जुलाई, 2024 को विप्रो के शेयरों को डबल-अपग्रेड दिया था, जिसमें रेटिंग को ‘अंडरपरफॉर्म’ से ‘आउटपरफॉर्म’ में रेटिंग दी थी. इसके साथ ही टारगेट प्राइस 431 रुपये प्रति शेयर से बढ़ाकर 607 रुपये कर दिया गया था. बता दें कि 1 जुलाई 2024 से विप्रो के शेयरों में 17 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है. वहीं, पिछले एक साल में रिटर्न का यह आंकड़ा 28 फीसदी रहा है, जबकि 5 सालों में विप्रो के शेयरों ने 139 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.