
आज से देशभर में GST 2.0 लागू हो गया है। इसे सरकार ने दिवाली से पहले उपभोक्ताओं को “बड़ा तोहफ़ा” बताया है।
✨ मुख्य बिंदु
- नई दरें लागू
- रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीज़ें सस्ती होंगी —
- तेल, शैम्पू, साबुन, टूथब्रश जैसे फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG)।
- इलेक्ट्रॉनिक सामान भी सस्ते होंगे —
- एसी, फ्रिज, टीवी जैसी घरेलू वस्तुएँ।
- कृषि उपकरण और ट्रैक्टर पर टैक्स घटने से किसानों को राहत।
- रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीज़ें सस्ती होंगी —
- जनता पर असर
- महंगाई से राहत, बचत में वृद्धि।
- क्रय शक्ति (Purchasing Power) बढ़ेगी।
- ज्यादा खपत होने से बाजार में रौनक और अर्थव्यवस्था में गति।
- सरकारी दृष्टिकोण
- वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इसे ऐतिहासिक निर्णय कहा।
- उन्होंने ज़ोर दिया कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की पहल पर संभव हुआ।
- व्यापारियों से अपील की गई कि इस कटौती का सीधा फायदा उपभोक्ताओं तक पहुँचाना सुनिश्चित करें।

🟢 नवरात्रि और मातृशक्ति पर संदेश
वित्त मंत्री ने अपने वक्तव्य में नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएँ भी दीं।
✨ नवरात्रि का सन्देश
- भारतीय संस्कृति में “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः” का महत्व बताया।
- नवरात्रि को शक्ति की पूजा का पर्व मानते हुए मातृशक्ति को प्रणाम किया।
✨ महिलाओं के लिए योजनाएँ
- महतारी वंदन योजना
- प्रदेश की लगभग 70 लाख माताओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है।
- इस योजना से मिली राशि से सारंगढ़ के दानसरा गाँव की महिलाएँ श्रीराम मंदिर का निर्माण कर रही हैं।
- मातृ शक्ति ऋण योजना
- ग्रामीण बैंकों के माध्यम से माताओं-बहनों को आसान लोन की सुविधा।
- बिना मॉर्गेज (गिरवी) के ₹25,000 तक का लोन।
- केवल 1% मासिक ब्याज पर।
- उपयोग —
- सिलाई मशीन खरीदना,
- छोटा व्यवसाय शुरू करना,
- किराना दुकान चलाना आदि।
🟢 समग्र असर
- आर्थिक दृष्टि से: उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में गिरावट से बाजार में मांग बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
- सामाजिक दृष्टि से: नवरात्रि के अवसर पर मातृशक्ति के प्रति समर्पण और योजनाओं के माध्यम से सशक्तिकरण का संदेश दिया गया।
- राजनीतिक दृष्टि से: सरकार ने इसे PM मोदी के नेतृत्व की उपलब्धि बताते हुए राजनीतिक संदेश भी दिया है।