छत्तीसगढ़
गोदावरी इस्पात हादसे और कांग्रेस की जांच समिति …

हादसा और पृष्ठभूमि
- राजधानी रायपुर के समीप सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित गोदावरी इस्पात संयंत्र में हाल ही में बड़ा हादसा हुआ।
- इस घटना में कई मजदूरों की मौत हुई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
- हादसे के बाद स्थानीय स्तर पर आक्रोश और चिंता दोनों ही दिखाई दी — ग्रामीण और श्रमिक संगठन प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।

कांग्रेस की पहल
प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच समिति का गठन किया है।
समिति के मुख्य बिंदु
- संयोजक: पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता धनेन्द्र साहू।
- सदस्य:
- उधोराम वर्मा (जिला ग्रामीण अध्यक्ष)
- दीपक मिश्रा (महामंत्री)
- नंदलाल देवांगन (बीरगांव महापौर)
- अनिता शर्मा
- छाया वर्मा
समिति की जिम्मेदारियाँ
- तत्काल प्रभाव से दौरा करना – प्रभावित क्षेत्र, हादसे में घायल मजदूरों, मृतकों के परिवारों और आसपास के ग्रामीणों से मुलाकात।
- संयंत्र प्रबंधन और पदाधिकारियों से चर्चा – हादसे की वास्तविक परिस्थितियाँ, सुरक्षा इंतज़ाम और संभावित लापरवाही की पड़ताल।
- वस्तुस्थिति रिपोर्ट तैयार करना – घटना के कारण, पीड़ित परिवारों की ज़रूरतें और आगे की कार्यवाही के सुझाव।
- जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपना – पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को रिपोर्ट सौंपी जाएगी, ताकि पार्टी आगे की रणनीति बना सके।
राजनीतिक और सामाजिक असर
- कांग्रेस इस जांच के ज़रिए यह दिखाना चाह रही है कि वह मजदूर हितों और सुरक्षा मानकों के प्रति गंभीर है।
- समिति की रिपोर्ट से यह तय होगा कि आगे पार्टी सरकार/प्रबंधन पर क्या दबाव बनाएगी।
- यह कदम मजदूरों और स्थानीय जनता के बीच कांग्रेस की संवेदनशील और सक्रिय छवि बनाने का प्रयास भी माना जा रहा है।