दिल्ली में शुरू हुआ ‘छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट’: CM साय ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रस्तुत की नई औद्योगिक नीति…

‘छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट’ सम्मेलन — विस्तृत विवरण
⭐ 1. नई दिल्ली में बड़ा मंच: निवेश आकर्षण का राष्ट्रीय अभियान
छत्तीसगढ़ सरकार ने राजधानी दिल्ली में यह आयोजन इसलिए किया ताकि देश भर के बड़े उद्योगपतियों, निवेश कंपनियों और कॉर्पोरेट समूहों तक सीधे पहुँच बन सके। दिल्ली में होने से उत्तर भारत, पश्चिम भारत और अंतरराष्ट्रीय कॉर्पोरेट लायज़न टीमें भी आसानी से शामिल हो रही हैं।

🏛️ 2. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सीधा संवाद — मुख्य आकर्षण
मुख्यमंत्री निवेशकों के साथ व्यक्तिगत बैठकें कर रहे हैं। वे उन्हें यह बता रहे हैं:
- नई औद्योगिक नीति 2025–2030 की प्रमुख विशेषताएँ
- निवेश के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचा
- लाल–फीताशाही में कटौती, तेज़ मंज़ूरी व्यवस्था
- भूमि आवंटन, बिजली, पानी, लॉजिस्टिक्स में आसान प्रक्रियाएँ
- उद्योगों के लिए सरल और पारदर्शी नियम
साय का यह सीधा संवाद निवेशकों का विश्वास बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है।
🏭 3. किन-किन उद्योगों की भागीदारी?
सम्मेलन में कई बड़े क्षेत्र शामिल हो रहे हैं:
🔹 स्टील और धातुकर्म
छत्तीसगढ़ इस सेक्टर का केंद्र है—रायगढ़, कोरबा, भिलाई जैसे क्षेत्रों की क्षमता को प्रस्तुत किया जा रहा है।
🔹 पर्यटन उद्योग
बस्तर, चित्रकोट, सिरपुर, गुरुवार-पुरी सर्किट, इको-टूरिज़्म और जल-पर्यटन को निवेशक आकर्षण के रूप में रखा गया है।
🔹 फूड प्रोसेसिंग, एथनॉल, एग्रो इंडस्ट्री
कृषि आधारित उद्योगों को नए सब्सिडी लाभों की जानकारी दी जा रही है।
🔹 आईटी–आईTeS और स्टार्टअप सेक्टर
नई आईटी नीति, डेटा सेंटर नीति और स्टार्टअप इकोसिस्टम को भी खास तौर पर उजागर किया गया है।
📊 4. राज्य की नई औद्योगिक नीति पर मुख्य फोकस
सरकार निवेशकों को यह बता रही है कि नई नीति में:
✔️ सिंगल विंडो क्लियरेंस को और तेज़
60 दिन की समयसीमा के भीतर मंज़ूरी।
✔️ उद्योग लगाने पर कस्टम इंसेंटिव और टैक्स राहतें
✔️ लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना
अंतरराज्यीय कनेक्टिविटी बेहतर करने पर जोर।
✔️ MSME और बड़े उद्योग दोनों को मज़बूत समर्थन
🛣️ 5. लगातार विकसित हो रहा इंफ्रास्ट्रक्चर
साय और उनकी टीम निवेशकों को इन क्षेत्रों में निवेश की बढ़ती संभावनाएँ बता रहे हैं:
- नए औद्योगिक पार्क
- सड़क और रेल कनेक्टिविटी का विस्तार
- बिजली की पर्याप्त उपलब्धता
- ग्रामीण क्षेत्रों में नए लॉजिस्टिक कॉरिडोर
- एयर कार्गो सुविधाएँ बढ़ाने की योजना
🎯 6. सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य
छत्तीसगढ़ सरकार इस कार्यक्रम के जरिए तीन बड़े लक्ष्य हासिल करना चाहती है:
- बड़े कॉर्पोरेट निवेश को राज्य में आकर्षित करना
- रोज़गार और उद्योग वृद्धि को गति देना
- छत्तीसगढ़ को ईस्ट-इंडिया का इंडस्ट्रियल हब बनाना
🤝 7. निवेशकों की प्रतिक्रिया
प्रारंभिक बातचीत में कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है:
- स्टील प्रोसेसिंग प्रोजेक्ट्स
- टूरिज़्म इंफ्रास्ट्रक्चर
- फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स
- माइनिंग–लिंक्ड डाउनस्ट्रीम प्रोजेक्ट्स
निवेशक छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित हो रहे हैं क्योंकि:
- नीति स्थिर है
- निर्णय प्रक्रिया तेज़ है
- मिनरल बेल्ट मजबूत है
- जमीन और बिजली की उपलब्धता अच्छी है
✨ 8. सम्मेलन से राज्य की रणनीतिक दिशा स्पष्ट
यह आयोजन बताता है कि छत्तीसगढ़ अब सिर्फ संसाधन आधारित अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि निवेश-प्रधान, विविध उद्योगों वाला, तकनीक-आधारित राज्य बनना चाहता है।



