राजनीति

कांग्रेस ने आज ED की हालिया कार्रवाईयों के खिलाफ पूरे राज्य में आर्थिक नाकाबंदी का आह्वान किया।

कांग्रेस ने 22 जुलाई 2025 को ED (प्रवर्तन निदेशालय) की हालिया कार्रवाईयों के खिलाफ पूरे राज्य में आर्थिक नाकाबंदी का आह्वान किया। इस ऐलान के बाद प्रदेश के चेंबर ऑफ कॉमर्स (व्यापार मंडल) ने इसका समर्थन करने से इनकार कर दिया। आइए विस्तार से जानें—


🔷 कांग्रेस की नीतियाँ और प्रदर्शन

  • भूपेश बघेल, चरणदास महंत और दीपक बैज जैसे नेताओं ने रायपुर में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बयान दिया कि:
    • ED द्वारा जारी किए गए हालिया छापों को दमनकारी और राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया गया।
    • कांग्रेस 22 जुलाई को दोपहर 12 से 2 बजे तक सभी प्रमुख सड़कों पर “आर्थिक नाकेबंदी” करेगी—जिसमें कार्यालय, शो-रूम, और अन्य व्यापारिक गतिविधियाँ अवरुद्ध रहने की तैयारी है।
  • बिलासपुर में प्रदर्शन की घोषणा विशेष रूप से पेंड्रीडीह बाईपास के पास की गई।

🗣️ कांग्रेस के प्रमुख बयानों से:

दीपक बैज:
“हम पूरे प्रदेश में खनिज संसाधन बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। 22 जुलाई को सभी प्रमुख सड़कों को बंद किया जाएगा।”

भूपेश बघेल:
“पहली बार चुनाव पूर्व, अब हमारे घर पर छापा पड़ गया — यह राज्य और जनता की लड़ाई है।”


⚠️ चेंबर ऑफ कॉमर्स का रुख

  • राज्य के चेंबर ऑफ कॉमर्स ने कांग्रेस के इस आर्थिक नाकाबंदी अभियान का सकारात्मक समर्थन करने से पूरी तरह मना कर दिया है।
  • इसका मुख्य कारण यह रहा कि:
    • व्यापार और आर्थिक गतिविधियों प्रभावित होंगी, जिससे लोकल उद्योग और व्यवसायों को नुकसान होगा।

👍 मुख्यमंत्री का बयान

  • मुख्यमंत्री दामोदर राय साय ने भी इस नाकेबंदी की तीखी आलोचना की:
    • उनका कहना था कि ED एक केंद्रीय और प्रतिष्ठित संस्था है, और भाजपा सरकार इसके वैध और सोच-समझकर किये गए कदमों का सम्मान करेगी।
    • उन्होंने कांग्रेस से अपील की कि जनहित के लिए शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके अपनाएं, न कि आर्थिक विघटन।

🧭 कारण और निष्कर्ष:

पक्षदृष्टिकोण
कांग्रेसED की कार्रवाइयों को दमनकारी और राजनीतिक प्रेरित मानती है; जनधन और संसाधनों के सवाल उठाती है।
चेंबर ऑफ कॉमर्सआर्थिक गतिविधियों में व्यवधान का विरोध करता है; व्यापारियों के हितों का ध्यान रखता है।
मुख्यमंत्री / BJPED की कार्रवाई को उचित व संविधानिक मानते हैं; नाकाबंदी का विरोध करते हैं।

इस स्थिति में यह साफ है कि कांग्रेस और व्यापार मंडल के बीच गहरा मतभेद है—जहां एक ओर कांग्रेस राजनीतिक प्रदर्शन के जरिये शक्ति दिखाना चाहती है, वहीं चेंबर आर्थिक स्थिरता और व्यापार सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है।


🔮 आगे की संभावनाएँ:

  • आज (22 जुलाई) दोपहर प्रदर्शन होगा—इससे स्थानीय आर्थिक गतिविधियों, ट्रैफिक, और व्यापार प्रभावित हो सकते हैं।
  • सरकार और विपक्ष के बीच आगामी दिनों में विवाद तेज होने की उम्मीद है।
  • ED की आने वाली जांचों और सरकार की प्रतिक्रिया इस पूरे प्रकरण को नए मोड़ पर पहुंचा सकती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button