छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका और लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला के बीच हुई औपचारिक भेंट…

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस (राज्योत्सव 2025) के ऐतिहासिक अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका और लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला के बीच हुई औपचारिक भेंट से जुड़ी है, जो राजभवन रायपुर में आयोजित हुई।
आइए विस्तार से जानते हैं —
🏛️ कार्यक्रम का सारांश
📍 स्थान: राजभवन, रायपुर
📅 तारीख: 1 नवंबर 2025 (छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस)
👤 मुख्य अतिथि: लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला
🎖️ मेज़बान: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका
👩🦰 उपस्थित: राज्य की प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी

🌸 राजभवन में हुआ पारंपरिक स्वागत
- लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जब राजभवन पहुंचे, तब राज्यपाल श्री रमेन डेका ने उनका गरमजोशी से स्वागत किया।
- पारंपरिक छत्तीसगढ़ी अंदाज़ में अतिथि सत्कार और पुष्पगुच्छ भेंट की गई।
- तत्पश्चात राज्यपाल ने राज्य की संस्कृति और गौरव को दर्शाने वाला स्मृति चिन्ह ओम बिड़ला को भेंट किया।
- यह स्मृति चिन्ह छत्तीसगढ़ की लोककला, आदिवासी शिल्प और “महतारी छत्तीसगढ़” की भावना को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाता है।
🗣️ दोनों गणमान्य नेताओं की सौहार्दपूर्ण बातचीत
- राजभवन में हुई सौहार्दपूर्ण मुलाकात में दोनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा, विधानसभा भवन का नया निर्माण, और राज्य की लोकतांत्रिक परंपराओं के सशक्तिकरण पर चर्चा की।
- राज्यपाल श्री डेका ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज राज्य विकास के नए आयाम छू रहा है — विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य, और ऊर्जा के क्षेत्र में।
- श्री बिड़ला ने छत्तीसगढ़ की जनता को राज्योत्सव की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि — “यह राज्य अपनी सांस्कृतिक धरोहर और जनशक्ति के बल पर भारत के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है।”
👩🦰 राज्य की प्रथम महिला भी रहीं मौजूद
- इस अवसर पर राज्यपाल की धर्मपत्नी और राज्य की प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी भी उपस्थित थीं।
- उन्होंने श्री बिड़ला का स्वागत किया और छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति से जुड़े उपहार प्रस्तुत किए।
- कार्यक्रम का वातावरण अत्यंत गरिमामय और आत्मीय रहा।
🎁 स्मृति चिन्ह का महत्व
भेंट किए गए स्मृति चिन्ह में —
- छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का प्रतिरूप,
- राज्य के लोकशिल्प (घुरवा-घट्टी कला) के प्रतीक,
- और ‘गढ़ छत्तीसगढ़’ की ऐतिहासिक विरासत के तत्व शामिल थे।
यह स्मृति चिन्ह राज्य की अस्मिता, मातृशक्ति और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक माना गया।
✨ कार्यक्रम का उद्देश्य
यह मुलाकात केवल औपचारिक नहीं, बल्कि —
- राज्य और केंद्र के बीच सहयोगपूर्ण संबंधों को सुदृढ़ करने,
- लोकतांत्रिक संस्थाओं की एकता और समन्वय का संदेश देने,
- और राज्योत्सव 2025 के अवसर पर राष्ट्रीय नेतृत्व की सहभागिता दिखाने का भी प्रतीक थी।
🇮🇳 निष्कर्ष
इस कार्यक्रम ने छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव सप्ताह की गरिमा और भी बढ़ा दी।
राज्यपाल रमेन डेका और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की यह भेंट छत्तीसगढ़ की संविधान, संस्कृति और सहयोग की भावना को नई दिशा देने वाली रही।



