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छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 में गायक,आदित्य नारायण ने कहा लाइफ में अगर बढ़ना है आगे, तो मोबाइल से बना लीजिए दूरी…

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 में पहुंचे मशहूर गायक, अभिनेता और टीवी होस्ट आदित्य नारायण ने अपने विचारों, जीवन दर्शन और छत्तीसगढ़ से जुड़ी योजनाओं से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनका पूरा संबोधन प्रेरणादायक, आध्यात्मिक और भविष्य की चेतावनी से भरा रहा। आइए विस्तार से जानते हैं उनकी बातों और कार्यक्रम की मुख्य झलकियां 👇


🎤 राज्योत्सव 2025 में आदित्य नारायण की प्रस्तुति

राजधानी रायपुर के नवा रायपुर राज्योत्सव मैदान में रविवार की शाम का माहौल बेहद जोशीला रहा। बॉलीवुड गायक आदित्य नारायण ने अपनी ऊर्जावान परफॉर्मेंस से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने अपने पिता उदित नारायण के सदाबहार गीतों के साथ-साथ अपने सुपरहिट नंबर भी गाए।
परफॉर्मेंस के बीच में उन्होंने युवाओं के लिए एक प्रेरक संदेश भी दिया —


📱 “मोबाइल से दूरी बनाएँ, तभी आगे बढ़ पाएँ”

आदित्य नारायण ने कहा कि आज की नई पीढ़ी मोबाइल और टैबलेट की लत में फंसकर अपनी असली क्षमता खो रही है।
उन्होंने कहा:

“लाइफ में अगर आगे बढ़ना है, तो मोबाइल से दूरी बना लीजिए।
आज के बच्चे फालतू चीज़ों में समय गँवा रहे हैं — और ये उनकी सबसे बड़ी गलती है।
अगर समय रहते मेहनत और ईमानदारी को अपनाया जाए, तो लक (Luck) खुद साथ देता है।”

उन्होंने यह भी कहा कि जो समय फोन पर स्क्रॉलिंग में खर्च किया जाता है, वही समय अगर कौशल, संगीत, या शिक्षा में लगाया जाए तो व्यक्ति की पहचान बदल सकती है।


🧘‍♂️ ईश्वर और ‘सुपरपावर’ पर विश्वास

आदित्य ने अपने वक्तव्य में ईश्वरीय शक्ति पर गहरा विश्वास जताया।
उनका कहना था कि —

“संसार को चलाने वाली शक्ति ईश्वर है — वही असली सुपरपावर है।
कोई मशीन, कोई इंसान ईश्वर की योजना से बड़ा नहीं हो सकता।”

उन्होंने कहा कि हर कलाकार या इंसान के जीवन में जब मुश्किलें आती हैं, तो वही ईश्वरीय शक्ति और आत्मविश्वास उसे आगे बढ़ने की ताकत देती है।


🤖 एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) से खतरे की चेतावनी

आदित्य ने एक गंभीर विषय पर भी बात की — AI का खतरा
उन्होंने कहा कि आधुनिक दुनिया में मशीनें और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जिस गति से विकसित हो रहे हैं, वह मानवता के लिए संभावित खतरा बन सकता है।

उनके शब्दों में:

“AI सुपर-इंटेलिजेंट हो गया तो वो इंसान से भी ज़्यादा सोचने लगेगा।
अगर यह मानव मूल्यों और नैतिकता के अनुरूप नहीं रहा, तो यह मानवता के लिए तबाही या विलुप्ति का कारण बन सकता है।”

उन्होंने कहा कि तकनीक का प्रयोग सीमित और ज़िम्मेदारी से होना चाहिए — ताकि वह मानवता की सेवा करे, न कि उस पर हावी हो।


👨‍👩‍👦 परिवार और संघर्ष की कहानी

आदित्य ने अपने पिता उदित नारायण का उदाहरण देते हुए कहा कि सफलता कभी “एक रात” में नहीं मिलती।

“मेरे पिताजी ने 32 साल तक लगातार मेहनत की, तब जाकर उन्हें 1981 में पहली बड़ी सफलता मिली।
मैं भी उसी राह पर चल रहा हूँ — हर मोड़ पर संघर्ष है, पर मेहनत से ही पहचान बनती है।”

उन्होंने कहा कि कलाकार के लिए ऑडियंस ही असली पूंजी है —

“सोशल मीडिया पर 1 करोड़ फॉलोअर बनाना आसान है, लेकिन असली सफलता तब है जब मंच पर लोग आपके लिए तालियां बजाएं।”


🌿 छत्तीसगढ़ की सुंदरता पर मोहित

आदित्य नारायण ने अपने दौरे के दौरान छत्तीसगढ़ के कई स्थानों की प्रशंसा की —

  • माता कौशल्या धाम (चंदखुरी)
  • बस्तर की कलाकृतियाँ और जनजातीय कला
  • रायपुर का जंगल सफारी और नवा रायपुर की हरियाली

उन्होंने कहा —

“छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक छटाएँ, लोगों की सादगी और सांस्कृतिक समृद्धि दिल को छू लेने वाली है।
मैंने तय किया है कि 2026 में छत्तीसगढ़ की खूबसूरती पर आधारित एक म्यूजिक एल्बम बनाऊँगा,
जिससे दुनिया को इस राज्य की पहचान बताई जा सके।”


🌈 सारांश: आदित्य का संदेश

विषयआदित्य नारायण का विचार
📱 मोबाइल का उपयोगसीमित रखें, समय बर्बाद न करें
💪 सफलता का राज़मेहनत + ईमानदारी + धैर्य
🤖 एआई का भविष्ययदि नियंत्रित न हुआ तो मानवता के लिए खतरा
🙏 ईश्वर पर विश्वासजीवन की ऊर्जा और प्रेरणा
🎶 छत्तीसगढ़ से जुड़ावराज्य की संस्कृति और प्रकृति पर संगीत एल्बम बनाएंगे

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