
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह दो दिवसीय गुजरात दौरा (10–11 नवंबर 2025) निवेश, उद्योग विस्तार और राज्यों के बीच सहयोग को मज़बूत करने के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आइए पूरे कार्यक्रम को विस्तार से समझें —
🗓 पहला दिन – 10 नवंबर 2025 (सोमवार)
मुख्यमंत्री साय रायपुर से गुजरात रवाना हुए। यह दौरा दो उद्देश्यों से जुड़ा है —
- भारत पर्व (केवड़िया) में शामिल होना
- इनवेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम (गांधीनगर) में छत्तीसगढ़ की नई उद्योग नीति प्रस्तुत करना
🔹 गुजरात में स्वागत एवं मुलाकातें
- मुख्यमंत्री साय का स्वागत गुजरात सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया।
- उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की।
- दोनों राज्यों के बीच औद्योगिक विकास, निवेश प्रोत्साहन और स्किल डेवलपमेंट पर चर्चा हुई।
- साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ उद्योगों के लिए “न्यू ग्रोथ डेस्टिनेशन” के रूप में उभर रहा है।

🔹 इन्वेस्ट गुजरात कार्यक्रम
- गांधीनगर स्थित सीएम हाउस में मुख्यमंत्री साय ने भाग लिया।
- उन्होंने गुजरात के सीएम डैशबोर्ड और जनशिकायत प्रबंधन प्रणाली का प्रेजेंटेशन देखा।
- छत्तीसगढ़ में इसी तरह के रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम को लागू करने पर चर्चा हुई।
🔹 संस्थागत भ्रमण
- मुख्यमंत्री साय ने NAMTECH Global Skill College का दौरा किया।
- यह टाटा ग्रुप और गुजरात सरकार की संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य उद्योग-कौशल आधारित प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है।
- साय ने बताया कि इसी मॉडल पर छत्तीसगढ़ में भी “ग्लोबल स्किल यूनिवर्सिटी” की स्थापना पर काम हो रहा है।
🔹 सांस्कृतिक कार्यक्रम
- साबरमती रिवरफ्रंट पर दोपहर का भोजन एवं संवाद कार्यक्रम हुआ।
- शाम को मुख्यमंत्री केवड़िया पहुंचे और “भारत पर्व 2025” में शामिल हुए।
- यहां उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का भ्रमण किया।
- इस अवसर पर उन्होंने कहा — “सरदार पटेल के एक भारत के सपने को साकार करने के लिए छत्तीसगढ़ उद्योग, कृषि और मानव संसाधन विकास में संतुलित प्रगति कर रहा है।”
- इसके बाद उन्होंने एकता प्रकाश पर्व में भाग लिया और केवड़िया में रात्रि विश्राम किया।
🗓 दूसरा दिन – 11 नवंबर 2025 (मंगलवार)
🔹 छत्तीसगढ़ इनवेस्टर कनेक्ट – मुख्य कार्यक्रम
- सुबह मुख्यमंत्री साय ने “छत्तीसगढ़ इनवेस्टर कनेक्ट – गुजरात चैप्टर” में भाग लिया।
- इस कार्यक्रम में देश-विदेश के 200 से अधिक निवेशक समूहों ने हिस्सा लिया।
- साय ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की नई उद्योग नीति 2025–2030 का परिचय दिया —
- भूमि आवंटन में पारदर्शिता
- हर सेक्टर के लिए “सिंगल विंडो” क्लियरेंस
- हरित (Green) और MSME उद्योगों के लिए विशेष प्रोत्साहन
- लॉजिस्टिक और कनेक्टिविटी सुधार
- युवाओं के लिए रोजगार सृजन
🔹 वन-टू-वन मीटिंग्स
- मुख्यमंत्री ने कई औद्योगिक घरानों से व्यक्तिगत मुलाकातें कीं, जिनमें शामिल थे —
- टाटा समूह
- अडानी समूह
- लार्सन एंड टुब्रो
- अरविंद लिमिटेड
- अमूल डेयरी
- इन बैठकों में खनन, कृषि-प्रसंस्करण, नवीकरणीय ऊर्जा, स्टील, और आईटी क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई।
🔹 वापसी
- शाम को मुख्यमंत्री साय ने प्रेस से बातचीत में कहा कि — “गुजरात मॉडल से बहुत कुछ सीखने को मिला है। छत्तीसगढ़ को अब निवेश और कौशल के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाना हमारा लक्ष्य है।”
- रात्रि में वे रायपुर लौट आए।
🌟 मुख्य उद्देश्य और संभावित लाभ
- निवेश आकर्षण: गुजरात के निवेशकों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए प्रेरित करना।
- नीति संवाद: छत्तीसगढ़ की नई उद्योग नीति को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करना।
- सीख और सहयोग: गुजरात के प्रशासनिक और औद्योगिक मॉडल का अध्ययन कर उसे अपनाना।
- कौशल विकास: NAMTECH जैसे मॉडल को छत्तीसगढ़ में लागू करना।
- राज्य छवि: छत्तीसगढ़ को “न्यू डेस्टिनेशन फॉर इन्वेस्टमेंट” के रूप में प्रस्तुत करना।



