
1. घटना का सारांश
- मृतक छात्र का नाम सोमिल साहू है।
- वह मध्यप्रदेश के हरदा जिले का रहने वाला था।
- IIT भिलाई के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रथम वर्ष का छात्र था।
- मंगलवार (घटना वाले दिन) सुबह लगभग 10 बजे उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई।
- उसे तुरंत ही निजी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
- इस घटना की खबर फैलते ही पूरे परिसर में माहौल तनावपूर्ण हो गया।

🔹 2. छात्रों का विरोध और आरोप
- छात्र सोमिल की मौत के बाद IIT भिलाई परिसर में सैकड़ों छात्रों ने देर रात तक विरोध प्रदर्शन किया।
- प्रदर्शन प्रशासनिक भवन के सामने हुआ, जहाँ छात्रों ने नारे लगाए और प्रबंधन से जवाब माँगा।
- छात्रों ने आरोप लगाया कि – “संस्थान में मेडिकल सुविधा बेहद खराब है। अगर समय पर और सही इलाज मिलता, तो सोमिल की जान बचाई जा सकती थी।”
- छात्रों का कहना था कि कैम्पस में आपातकालीन चिकित्सा प्रणाली और एम्बुलेंस व्यवस्था में लापरवाही बरती गई।
🔹 3. प्रशासन और पुलिस की भूमिका
- जैसे ही स्थिति बिगड़ती दिखी, स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी IIT परिसर पहुँचे।
- पुलिस अधिकारियों ने छात्रों से बातचीत की और शांतिपूर्वक प्रदर्शन समाप्त कराने की अपील की।
- देर रात काफी समझाइश के बाद छात्र शांत हुए, लेकिन उन्होंने कहा कि – “जब तक संस्थान पूरी सच्चाई और मेडिकल सुविधा की स्थिति स्पष्ट नहीं करता, हम जवाब माँगते रहेंगे।”
🔹 4. पुलिस की प्रारंभिक जांच और चिकित्सकीय पहलू
- पुलिस ने प्रारंभिक जांच में बताया कि — “सोमिल को मिर्गी (Epilepsy) की पुरानी समस्या थी। संभवतः उसी के दौरे के कारण तबीयत बिगड़ी और मौत हुई।”
- हालांकि पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने कहा कि असली कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।
- शव को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल (दुर्ग) में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
🔹 5. मृतक छात्र की पृष्ठभूमि
- नाम: सोमिल साहू
- स्थायी पता: हरदा जिला, मध्यप्रदेश
- पाठ्यक्रम: B.Tech (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग), प्रथम वर्ष
- संस्थान: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) भिलाई
- बताया जा रहा है कि वह अभी हाल ही में सत्र शुरू होने पर हॉस्टल में रहने लगा था।
- साथियों ने बताया कि सोमिल शांत स्वभाव का और पढ़ाई में रुचि रखने वाला छात्र था।
🔹 6. छात्रों की प्रमुख माँगें
विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने निम्न माँगें रखीं —
- कैम्पस के अंदर 24×7 मेडिकल सुविधा (Emergency Room) की व्यवस्था की जाए।
- प्रत्येक हॉस्टल में प्राथमिक चिकित्सा किट और स्वास्थ्य प्रभारी (Health Officer) की नियुक्ति हो।
- एम्बुलेंस और डॉक्टर की उपलब्धता हर समय सुनिश्चित की जाए।
- संस्थान प्रशासन इस मामले की पारदर्शी जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक करे।
🔹 7. IIT प्रबंधन का रुख
- फिलहाल IIT भिलाई प्रशासन ने कोई आधिकारिक प्रेस बयान जारी नहीं किया है,
लेकिन सूत्रों के अनुसार संस्थान ने कहा कि: “जैसे ही छात्र की तबीयत बिगड़ी, उसे तुरंत अस्पताल भेजा गया। संस्थान प्रशासन पूरा सहयोग कर रहा है।” - संस्थान ने छात्रों से शांति बनाए रखने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।
🔹 8. आगे की प्रक्रिया
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस द्वारा असली मौत के कारण की पुष्टि की जाएगी।
- यदि मेडिकल लापरवाही के प्रमाण मिलते हैं तो संस्थान या अस्पताल प्रशासन पर जाँच और संभावित कार्रवाई की संभावना है।
- राज्य के उच्च शिक्षा विभाग और IIT प्रशासन इस घटना की फैक्ट-फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं।
🔹 9. सामाजिक और संस्थागत प्रभाव
- IIT जैसे शीर्ष संस्थानों में हाल के वर्षों में छात्रों की मौत या आत्महत्या की खबरें चिंता का विषय रही हैं।
- यह मामला भी कैम्पस में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर कमी की ओर संकेत करता है।
- इससे प्रशासनिक जवाबदेही और छात्रों के लिए सुरक्षा/स्वास्थ्य ढाँचे पर फिर से बहस शुरू हो गई है।
🟢 सारांश
- IIT भिलाई के प्रथम वर्ष के छात्र सोमिल साहू की संदिग्ध मौत के बाद छात्र आक्रोशित हैं।
- आरोप — मेडिकल लापरवाही और समय पर उपचार में देरी।
- पुलिस का प्राथमिक अनुमान — मिर्गी (Epilepsy) का दौरा।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही वास्तविक कारण स्पष्ट होगा।
- छात्रों की माँग — कैम्पस में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और पारदर्शी जाँच।



