छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में ED की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है।

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। अब इस घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है।

🔴 क्या है ताज़ा अपडेट?

  • ED ने चैतन्य बघेल को रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया।
  • जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि चैतन्य पर ₹16.70 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
  • कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत (judicial custody) में भेजने का आदेश दिया।

🕵️‍♂️ ED ने कोर्ट में क्या दलीलें दीं?

ED ने अपनी रिपोर्ट और प्रस्तुतियों में कहा कि:

  1. चैतन्य बघेल ने इस घोटाले से अर्जित अवैध धन को वैध दिखाने के लिए कई कंपनियों और संपत्तियों के जरिए निवेश किया।
  2. उन्हें एक “बेनामी लाभार्थी” (benami beneficiary) के रूप में पहचाना गया है — यानी उनके नाम पर सीधे कुछ नहीं, लेकिन लाभ उन्हीं को मिला।
  3. ₹16.70 करोड़ की राशि का स्रोत “अवैध शराब कमीशन नेटवर्क” से जुड़ा है, जो राज्य में शराब ठेकों, सप्लायर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स से वसूली करके बनाया गया।
  4. इस धन को शेल कंपनियों (फर्जी कंपनियों) और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में लगाया गया।
  5. जांच में बैंक ट्रांजेक्शनों, डिजिटल चैट्स, और संपत्ति दस्तावेजों का हवाला दिया गया है।

📁 चैतन्य बघेल पर लगे आरोप संक्षेप में:

आरोपविवरण
मनी लॉन्ड्रिंग16.70 करोड़ रुपये का अवैध लेन-देन
बेनामी संपत्तिदूसरों के नाम से निवेश और संपत्ति अर्जन
अवैध नेटवर्क से संबंधशराब ठेका घोटाले में शामिल नेटवर्क से लिंक
सहयोग न करनापूछताछ में जानकारी छिपाना और दस्तावेज न देना

🏛️ कोर्ट की कार्रवाई और अगला चरण:

  • कोर्ट ने ED की दलीलों पर विचार करते हुए चैतन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
  • अब उन्हें रायपुर सेंट्रल जेल में रखा जाएगा।
  • ED आगे चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है, और इसके लिए अन्य संदिग्धों से पूछताछ जारी है।

🗣️ राजनीतिक प्रतिक्रिया:

  • कांग्रेस: इस कार्रवाई को “राजनीतिक बदले की भावना” बता रही है। भूपेश बघेल का कहना है कि यह केंद्र सरकार की ईडी के ज़रिए “राजनीतिक उत्पीड़न” की कोशिश है।
  • BJP: भाजपा का कहना है कि “भ्रष्टाचार किसी का भी हो, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये मामला कानून के अनुसार चलेगा।”

🔍 अब आगे क्या हो सकता है?

  1. चैतन्य बघेल की ओर से जमानत याचिका दाखिल की जा सकती है।
  2. अगर ED पर्याप्त सबूत जुटाती है, तो उन्हें आरोपी नंबर 1 या 2 के रूप में चार्जशीट में नामित किया जा सकता है।
  3. मामले में और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं, जिनमें नौकरशाह, कारोबारी और अन्य राजनेता शामिल हो सकते हैं।

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