छत्तीसगढ़
चैतन्य बघेल की ED हिरासत और कोर्ट पेशी…

- ED ने 18 जुलाई की सुबह पुण्य दिवस पर चैतन्य बघेल को नकदी और दस्तावेज़ों के साथ गिरफ्तार किया, जो केंद्रीय एजेंसी की ₹2,100 करोड़ के कथित शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग जांच से जुड़ी है
- सुबह 6:30 बजे Bhilai स्थित उनके घर पर ED और CRPF की संयुक्त टीम ने छापा मारा
- दोपहर तक चैतन्य को विशेष PMLA कोर्ट में पेश किया गया, जहां जांच एजेंसी रिमांड की मांग कर रही है

🤝 कांग्रेस का समर्थन
- पूर्व CM भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, और सभी कांग्रेस विधायक न्यायालय परिसर पहुंचकर समर्थन जताया ।
- कोर्ट परिसर के बाहर और अंदर “भूपेश-बघेल जिंदाबाद” जैसे नारेबाज़ी का वातावरण रहा, जो राजनीतिक एकजुटता और विरोध को स्पष्ट करता है ।
🧩 टाइमिंग और राजनीतिक अर्थ
- यह छापेमारी चैतन्य बघेल के जन्मदिन, और विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन हुई—जिसे कांग्रेस ने विरोध Stimmung और विधायी बहिष्कार का दावा किया ।
- भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “ED ने ऐसा समय चुना जब वे विधानसभा में हसदेव में पेड़ों की कटाई को मुद्दा उठाने वाले थे” ।
✅ वर्तमान स्थिति और अगली कार्यवाई
चरण | विवरण |
---|---|
🔒 हिरासत | चैतन्य को PMLA के तहत गिरफ्तार |
📋 कोर्ट | ED रिमांड/जमानत अगली सुनवाई में मांगेगा |
🏛️ राजनीति | कांग्रेस का समर्थन और विरोध जारी |
📌 निष्कर्ष:
चैतन्य बघेल की गिरफ़्तारी और न्यायालय में पेशी ने राजनीतिक और विधायी धरातल पर जोरदार हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेतृत्व ने इसे ‘राजनीतिक प्रहार’ करार दिया है और अपने नेता के साथ पूरी एकजुटता दिखाई है। फिलहाल ED रिमांड के लिए अदालत से अनुमति मांग रहा है और आगे की सुनवाई शीघ्र होने की उम्मीद है।